कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के साथ सत्ता संघर्ष के बाद सितंबर में पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
चन्नी ने आरोप लगाया कि बहुजन समाज पार्टी के नेतृत्व ने अकाली दल को पार्टी बेचकर अनुसूचित जाति समुदाय की पीठ में छुरा घोंप दिया।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि पंजाब की चन्नी सरकार (Channi Sarkar) से बड़ी नौटंकी और ड्रामेबाज सरकार दुनिया में नहीं देखी। दुनिया के इतिहास में पहला CM है जो Bathroom में भी लोगों से मिलता है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू से जब पूछा गया कि यदि कांग्रेस 2022 में पंजाब चुनाव जीतती है तो क्या उन्हें CM बनाया जाएगा? जवाब में सिद्धू ने कहा, ''मैं केवल शोपीस नहीं रहूंगा। ना तो मैंने जिंदगी में किसी चीज की मांग की है और ना ही करूंगा। ''
किसानों को राज्य के आर्थिक ढांचे की रीढ़ बताते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, ‘‘राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए हमेशा हर संभव कदम उठाएगी।’’
होशियारपुर जिले में एससी समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगाया कि उसी समुदाय से होने के नाते वह वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं।
केजरीवाल ने रेत माफिया को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “एक अनुमान के मुताबिक 20,000 करोड़ रुपये का अवैध रेत खनन चल रहा है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और इस पर एफआईआर दर्ज़ होनी चाहिए।”
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बृहस्पतिवार को अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला बोलते हुये कहा कि वह ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जो सिर्फ घोषणाएं करते हैं बल्कि वह वो हैं जो वादों को पूरा करके जनता का भरोसा जीतते हैं । चन्नी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कुछ लोग कहते हैं कि यह ‘चन्नी सरकार’ है, लेकिन मैं कोई नहीं हूं । मैं कहता हूं कि यह ‘चंगी सरकार’ है ।’’
पंजाब के मोगा जिले के बधनी कलां में एक सभा को संबोधित करते हुए चन्नी ने आम आदमी पार्टी को लेकर ‘काले अंग्रेज’ वाली टिप्पणी की थी और कहा कि पंजाब पर केवल उसके लोगों का शासन होगा और "केजरीवाल जैसे” लोगों को यहां के लोगों की समस्याओं और जरूरतों के बारे में बिल्कुल जानकारी नहीं है।
पंजाब में आप और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग चल रही है। चन्नी ने कहा कि केजरीवाल कहते हैं कि पंजाब में अगली सरकार आप बनाएगी। उन्होंने कहा, “क्या पंजाब में लोग नहीं रहते? क्या पंजाब में युवा नहीं हैं? क्या पंजाब में पंजाबी नहीं हैं? क्या 'काले अंग्रेज़' यहां (राज्य) आएंगे और राज करेंगे?
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू ने इस बार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को आमरण अनशन की धमकी तक दे डाली है। सिद्धू ने चन्नी सरकार को कहा है कि सरकार नशे और बेअदबी की रिपोर्ट को अगर सार्वजनिक नहीं करती है तो वह अपनी देह दांव पर लगा देंगे और आमरण अनशन पर चले जाएंगे।
CM Channi के फैसले पर फिर बवाल, पंजाब सरकार में खालिस्तान समर्थन के भाई को दी गई बड़ी जिम्मेदारी
चन्नी ने कहा कि अगर मोदी ने यह फैसला बहुत पहले ले लिया होता तो कई लोगों की जान बच जाती।
सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने करतारपुर में ही देह का त्याग किया था। उसी जगह पर गुरुद्वारा बनाया गया है और 1947 में भारत तथा पाकिस्तान के बीच हुए बंटवारे में वह भाग पाकिस्तान में चला गया था।
करीब 20 महीने के बाद श्रद्धालुओं करतारपुर कॉरिडोर फिर से खुल रहा है और गुरुवार को करतारपुर गुरुद्वारे में मथा टेकने के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना होगा। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि श्रद्धालुओं के पहले जत्थे में उनकी पूरी कैबिनेट शामिल होगी और करतारपुर गुरुद्वारे में जाकर मत्था टेकेगी।
ऐसा माना जाता है कि सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने करतारपुर में ही देह का त्याग किया था। उसी जगह पर गुरुद्वारा बनाया गया है और 1947 में भारत तथा पाकिस्तान के बीच हुए बंटवारे में वह भाग पाकिस्तान में चला गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि BJP से अपनी ही दवाई का स्वाद चखने के बाद अकाली फिर से BSP के पास आए हैं लेकिन इस बार भी वे ‘वही कुटिल राजनीति’ कर रहे हैं और BSP को होशियारपुर और पठानकोट जैसी सीटें दी हैं, जहां से वे खुद कभी नहीं जीते हैं।
साल की शुरुआत में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने राजधानी नई दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली थी। इस दौरान प्रदर्शनकारी किसान तय मार्गों को छोड़कर लाल किले के तरफ बढ़ गए थे और जगह-जगह से हिंसा और आगजनी की तस्वीरें सामने आई थीं।
26 जनवरी के दिन किसान ट्रैक्टर रैली के नाम पर कई लोग ट्रैक्टर लेकर दिल्ली में घुस गए थे और भारी तोड़फोड़ की थी, यहां तक की पंजाब से आए कई लोगों ने दिल्ली पुलिस के कर्मियों को पीटा था और कई जगहों पर हिंसा भी की थी। प्रदर्शन के नाम पर लाल किले का टिकट बुकिंग काउंटर पूरी तरह से तोड़ दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया है कि राज्य में किसी जगह या मार्ग को दर्शाने वाले जितने भी बोर्ड होंगे उनपर भी सबसे ऊपर पंजाबी में लिखा जाएगा।
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