चेतेश्वर पुजारा ने शानदार बल्लेबाजी जारी रखी और अर्धशतकीय पारी खेली। इस तरह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फिफ्टी जड़ने के साथ पुजारा के नाम एक बेहद ही शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ गया है।
टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा को जैसे ही डीआरएस लेने के बाद नॉट आउट दिया गया। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन अपना आप खो बैठे और अंपायर से जा भिड़े।
अगर चेतेश्वर पुजारा की यह चोट ज्यादा गंभीर हुई तो भारत की मुश्किलें बढ़ सकती है। उमेश यादव और मोहम्मद शमी पहले ही चोट के चलते इस टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं।
बीसीसीआई ने बाकी दो मैचों में रोहित को उप-कप्तान नियुक्त कर यह साफ कर दिया है कि रोहित भारत के लिए अगले दो टेस्ट मैच खेलने वाले हैं।
ऑस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज नाथन लियोन का मानना है कि चेतेश्वर पुजारा को आउट करना उनकी टीम के लिए एक बड़ी चुनौती है।
भारत के खिलाफ पहले टेस्ट की दोनों पारियों में एक-एक रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्मिथ को 10 अंक का नुकसान हुआ जिससे उनके नाम 901 रेटिंग अंक रह गये।
एडिलेड में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन के दौरान शेन वॉर्न ने कई बार चेतेश्वर पुजारा को 'स्टीव' कहकर पुकारा था। अब आप सोच रहे होंगे कि स्टीव नाम में क्या बुराई है।
पुजारा ने पहली इनिंग में 160 गेंदों का सामना किया, वह अर्धशतक डिजर्व करते थे, लेकिन 43 के निजी स्कोर पर लायन ने उन्हें आउट किया।
मैच के बाद चेतेश्वर पुजारा ने बताया कि विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे का विकेट गिरने से पहले भारत हावी था, लेकिन जैसे ही इन दो खिलाड़ियों का विकेट गिरा तो मेजबानों को एडवान्टेज मिल गया।
भारतीय क्रिकेट टीम ने एडिलेड ओवल मैदान पर डे-नाइट टेस्ट में डिनर टाइम तक अपनी पहली पारी में 2 विकेट पर 41 रन बना लिए हैं। भारत ने पृथ्वी शॉ (0) और मयंक अग्रवाल (17) के विकेट गंवाए हैं। भारत की तरफ से क्रीज पर चेतेश्वर पुजारा 17 और कप्तान विराट कोहली 5 रनों पर नाबाद हैं। पुजारा ने हालात के अनुरूप बल्लेबाजी करते हुए 88 गेंदों का सामना किया है जबकि कोहली ने 22 गेंदों का सामना किया है।
पुजारा ने 2018-19 में पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर तीन शतक के साथ 521 रन बनाए थे। उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। इस बार भी वह टीम की बल्लेबाजी की मुख्य धुरी रहेंगे।
पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चेतेश्वर पुजारा ने 4 मैचों में 74.43 की औसत से 521 रन बनाए थे, पुजारा के इस लाजवाब परफॉर्मेंस के बूते ही टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को पहली बार ऑस्ट्रेलिया में मात देने में कामयाब रही थी।
वेस्टइंडीज के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी टीनो बेस्ट और पाकिस्तान के राणा नावेद उल हसन ने रफीक के आरोपों के समर्थन में सबूत पेश किये हैं।
आस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है और पुजारा ने इस सीरीज की तैयारियों के लिए गुरुवार से अपना अभ्यास शुरू कर दिया।
चेतेश्वर पुजारा को भारत के ‘बेहतरीन’ गेंदबाजों पर पूरा भरोसा है कि वे 2018-19 में टेस्ट सीरीज में मिली सफलता को फिर से दोहरा सकेंगे।
टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी तथा भारतीय टीम का सहयोगी स्टाफ ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिये टीम के अन्य सदस्यों से जुड़ने के लिये अगले रविवार को दुबई रवाना होंगे।
पुजारा ने नौ अक्टूबर 2010 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरू में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने भारत की दूसरी पारी में 72 रन बनाये थे जिससे टीम 207 रन का लक्ष्य हासिल करने में सफल रही थी।
पुजारा ने अपनी वर्ल्ड टेस्ट इलेवन में विराट कोहली, स्टीव स्मिथ के साथ खुद को भी इस टीम में शामिल किया है।
पुजारा ने कहा कि ऐसे में गेंदबाज दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज पर से ध्यान हटा लेते हैं और इसी कारण वह अपना स्वाभाविक खेल बिना दबाव के खेल सकता है।
भारतीय टेस्ट टीम में चेतेश्वर पुजारा भरोसे का दूसरा नाम है और यही वजह है कि उनका तुलना पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ से होती है।
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