उत्तराखंड में हो रही लगातार बारिश से लोग परेशान हैं। देहरादून से लेकर कोटद्वार तक नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है तो उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन का अनुमान जताया गया है।
गौरीकुंड गांव में स्थित घटनास्थल की दूरी उस स्थान से महज कुछ किलोमीटर दूर है जहां पांच दिन पहले हुए भूस्खलन में तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी और 20 अन्य लापता हो गए थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, यमुना अथॉरिटी के इस स्कीम में 120 मीटर, 162 मीटर, 200 मीटर और 300 मीटर के प्लॉट हैं।
उत्तराखंड के गौरीकुंड में भूस्खलन की घटना में 17 लोग अभी भी लापता हैं जबकि तीन शव बरामद किए जा चुके हैं। शनिवार को भी राहत और बचाव कार्य जारी है।
भूस्खलन में पूरा होटल ही बह गया जहां नेपाली नागरिक ठहरे हुए थे। नेपाल का कंचनपुर जिला भारत के उत्तराखंड से सटा है।
जॉर्जिया में भारी बारिश लोगों का काल बनकर आई। जॉर्जिया के पहाड़ों में स्थित एक रिसॉर्ट क्षेत्र में लैंडस्लाइड होने से 7 लोगों की मौत हो गई। जबकि 30 से 35 लोग लापता हैं, जिन्हें खोजने के लिए टीमें काम कर रही हैं। जॉर्जिया के प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिवारजनों के प्रति शोक संवेदना जाहिर की है।
उत्तराखंड के गौरीकुंड में बारिश कहर बरपा रही है। देर रात मूसलाधार बारिश के चलते लैंडस्लाइड की घटना हुई है। मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है।
3 महीने से अधिकारियों के चक्कर लगा रही विमला बाई बेहद परेशान और लाचार है। वह बताती है कि बेटे अविनाश ने आदिवासी लड़की से लव मैरिज की इसके बाद भी हम लोगों ने उसे अपनाया। उसकी रीति रिवाज से फिर से शादी करवाई गई।
अबतक मिल रही जानकारी के मुताबिक एनडीआरएफ ने अबतक 75 लोगों को जिंदा बचाया है। घटनास्थल पर करीब 48 पर परिवार रह रहे थे। इस भूस्खलन के कारण 5 लोगों की मौत हो चुकी है।
वैसे भारत सरकार की ओर से अभी चांद पर जमीन खरीदने के लिए कोई अधिकारिक वेबसाइट या प्रॉसेस शुरू नहीं किया गया है।
जापान में भारी बारिश और भूस्खलन ने हाहाकार मचा दिया है। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सड़कों पर कमर और गर्दन तक पानी भर आया है। इससे इंसानों और वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया है। मनुष्यों से लेकर जानवरों और पशु-पक्षियों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है।
Heavy Rainfall In India: मूसलाधार मौसम की सबसे तगड़ी मार तीन पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर पर पड़ी है. भारी बारिश और बादल फटने से चारों तरफ तबाही ही तबाही दिखाई दे रही है.
जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम 4 चरणों में किया जाना था। जिनमें से पहले चरण में 1334 हेक्टेयर और दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हुआ। अब, तीसरे और चौथे चरण के लिए एक साथ 2053 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कितनी बड़ी चट्टानें पहाड़ से टूटकर गिरी हैं। वहीं पास ही एक सफेद रंग की स्विफ्ट कार जा रही है। बेहद कम दूरी से वह कार दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई।
जोशीमठ में पहले दरारें और गड्ढे बनने की कई घटनाएं हुई हैं और मानसून के मौसम के आने के साथ ही, आगे ऐसी और घटनाएं होने की आशंका है।
खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश के चलते मां वैष्णो देवी के सभी मार्गों पर आपदा प्रबंधन दल के साथ ही श्राइन बोर्ड प्रशासन, पुलिस विभाग, सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान जगह-जगह तैनात हैं।
भारी बारिश के बाद उत्तराखंड के पहाड़ों से लैडस्लाइड की तस्वीरें सामने आ रही हैं। हाल ही में पिथौरागढ़ जिले के धारचूला दोबाट ब्लॉक के पास पहाड़ दरका है। इसको लेकर प्रशासन ने अलर्ट जारी किए हैं।
अमेरिका के चार्लोट डगलस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक डेल्टा प्लेन बिना फ्रंट लैंडिंग गियर के ही लैंड कर गया। इस घटना में कोई भी पैसेंजर घायल नहीं हुआ है।
पहली बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हुए हैं। साथ ही सड़कों के खराब हो जाने के कारण करोड़ों रुपये का नुकसान भी हुआ है।
नेपाल में बारिश और भूस्खलन कहर बनकर टूटे हैं। इसमें 6 लोगों की मौत भी हो गई है। साथ ही इतनी ही संख्या में लोग घायल हुए हैं। जबकि 29 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
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