लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान ने चाचा पशुपति पारस समेत 5 सांसदों को एलजेपी से निकाल दिया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक से पहले पटना में चिराग के समर्थकों ने चाचा पशुपति कुमार पारस के खिलाफ नारेबाजी और हंगामा किया।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के जमुई से सांसद चिराग पासवान ने आखिरकार एलजेपी में संग्राम का ऐलान कर दिया है। चिराग ने ट्विट किया कि पशुपति अध्यक्ष पद के लिए रामविलास के सामने ही बागी तेवर दिखा चुके थे।
बिहार की तरह राजस्थान में भी सियासी उठापटक खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. सचिन पायलट खेमे के बाद अब बीएसपी से कांग्रेस में आए विधायकों ने भी तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं... सोमवार को बीएसपी से कांग्रेस में आए छह में से चार विधायकों ने अलग से मीटिंग की... और अशोक गहलोत सरकार को लेकर नाराजगी जाहिर की... ये मीटिंग विधायक संदीप यादव के घर पर हुई
लोजपा में उत्पन्न संकट के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने सोमवार को कहा कि चिराग पासवान वही काट रहे हैं, जो उन्होंने बोया था।
LJP में जमकर बवाल चल रहा है। रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस पासवान ने पार्टी के चार अन्य सांसदों के साथ मिलकर चिराग पासवान के खिलाफ 'बगावत' कर दी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस से भी आज युवा भी अलग हो रहे हैं। इधर, लोजपा में टूट की खबरों के बीच जदयू के प्रमुख सिंह ने कहा कि जो जैसा बोएगा वैसा काटेगा।
पशुपति पारस पासवान ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि उन्होंने पार्टी को तोड़ा नहीं, पार्टी को बचाया है। वो बिहार के सीएम नीतीश कुमार को विकास पुरुष मानते हैं और एनडीए गठबंधन में बने रहना चाहते हैं।
बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के 5 विधायक में हो सकते हैं JD-U में शामिल- सूत्र
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली लोक जनशक्ति पार्टी इन दिनों संकट के दौर से गुजर रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से संकट के दौर से गुजर रही लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को फिर से मजबूत करने के लिए पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कवायद तेज कर दी है।
बिहार में लोजपा के इकलौते विधायक राजकुमार सिंह ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली है। बिहार विधानसभा में उन्हें बतौर जदयू विधायक दल के सदस्य मान्यता भी मिल गयी है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा में लोजपा विधायक दल के जेडीयू विधायक दल में विलय को मंजूरी दे दी है।
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग राह पकड़ चुकी लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) अपने ही विधायक से विधानसभा में राजग उम्मीदवार को समर्थन देने से नाराज हो गई है।
बिहार की राजनीति में अपनी खास पहचान बना चुके लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके पुत्र और जमुई के सांसद चिराग पासवान सियासत में तन्हा नजर आने लगे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर सी पी सिंह ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के 208 नेताओं के जेडीयू में शामिल होने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी समाजवादी विचारधारा पर चलने वाली देश की एकमात्र पार्टी है जिसमें परिवारवाद और वंशवाद की कोई जगह नहीं।
पिछले साल हुए बिहार विधानसभा चुनाव में केवल एक सीट जीतने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (LGP) में अब बागवत के सुर तेज होने लगे हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने राज्य की प्रदेश समिति और सभी जिला इकईयों को भंग कर दिया।
आरजेडी ने एलजेपी को प्रस्ताव दिया था कि अगर चिराग राज्यसभा चुनाव के लिए रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान को उतारती है तो आरजेडी समर्थन देने को तैयार है। बता दें कि एलजेपी के संस्थापक व पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के निधन से खाली हुई राज्यसभा सीट पर चुनाव होना है।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की निश्चित समय के पहले भी हो सकते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को सिर्फ एक सीट मिली लेकिन वोटकटवा के तौर पर चिराग पासवान ने एनडीए को बड़ा नुकसान पहुंचाया।
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जीत के बाद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रवक्ता केसी त्यागी का बड़ा बयान आया है। केसी त्यागी ने चिराग पासवान पर सीधा हमला किया और कहा कि चिराग पासवान एनडीए के सबसे बड़े दुश्मन रहे।
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