प्रधानमंत्री का शपथ-ग्रहण समारोह 30 मई को होने की उलटी गिनती शुरू होने के बाद प्रतिष्ठित मंत्रालयों के लिए कई नाम चर्चा में हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि मोदी सरकार की नई कैबिनेट में जेडीयू शिवसेना के दो मंत्री शामिल हो सकते हैं।
लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के बेटे चिराग जमुई (अनुसूचित जाति) सीट से दूसरी बार चुने गए हैं।
Bihar Lok Sabha chunav Results 2019 : 2014 के लोकसभा चुनावों में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 31 पर भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत हुई थी जिनमें 22 सीटें अकेले भाजपा ने जीती थी।
रामविलास पासवान ने कहा कि अगर मसूद अजहर अब भी बदमाशी करेगा तो जैसे ओसामा बिन लादेन के साथ हुआ था वैसी घटना अजहर के साथ घट सकती है और कोई भी देश कुछ नहीं बोलेगा क्योंकि सभी मानते हैं कि वह आतंकी है और उस पर प्रतिबंध है।
राजनीति में विरासत संभालने की प्रथा कोई नई बात नहीं है। सियासी घरानों के बेटे, बेटियां और पत्नी अपनों की विरासत को संभालते रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए बिहार एनडीए के महारथिय़ो का ऐलान हो गया है। 39 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है लेकिन कुछ बड़े नामों को झटका लगा है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नवादा लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद सोमवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी।
लोक जनशक्ति पार्टी ने अपने हिस्से की 6 सीटों में से 5 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर, हाजीपुर, जमुई, वैशाली और नवादा के लिए प्रत्याशी तय कर लिए गए हैं
लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में NDA ने सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये साफ किया गया है कि कौन सा दल किस सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगा।
बिहार की राजधानी में लोकसभा की दो सीटें पाटलीपुत्र और पटना साहिब हैं। पाटलीपुत्र सीट पर 2009 में जदयू के डा. रंजन प्रसाद यादव जीते थे जबकि पटना साहिब सीट का शत्रुघ्न सिन्हा प्रतिनिधित्व करते रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बारे में हम पहले ही 2014 के चुनावों की जानकारी दे चुके हैं, अब चलिए जानते हैं कि बिहार में 2014 के दौरान क्या कुछ हुआ था
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में भाजपा के 17 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत होने के लिए पार्टी पर तंज कसा जबकि उसने पिछले चुनाव में 22 सीटों पर जीत हासिल की थी।
भाजपा का बिहार में अपने सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के साथ सीटों के बंटवारे पर समझौता लगभग हो गया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे पहले घोषणा की थी कि उनकी पार्टी एवं जदयू राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बिहार में बराबर संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। बिहार में भाजपा नीत राजग ने 2014 के आम चुनाव में 31 सीटें जीती थीं।
लोकसभा चुनाव तो अगले वर्ष होना है, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर पार्टियों के बीच अभी से शह-मात का खेल शुरू हो गया है।
2019 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के सामने नई मुश्किलें खड़ी हो गईं हैं और ये मुश्किल है सीटों का पेंच जिसको लेकर रामविलास पासवान संसद भवन में अरुण जेटली से मिलने पहुंचे। उनके साथ चिराग पासवान, पशुपति कुमार पारस और रामचन्द्र पासवान भी मौजूद थे।
बिहार एनडीए में इस समय घमासान मचा हुआ है। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान के 2 ट्वीट्स के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ा हुआ है।
कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि आपको मिट्टी में मिल जाने की चिंता नहीं पर बिहार की जनता आपको मिट्टी में जरूर मिला देगी। बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कुशवाहा बोले कि जब चुनाव नजदीक आता है तब बीजेपी को राम मंदिर निर्माण की याद आती है।
लोजपा ने कहा कि ऐसे समय में भाजपा गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मानपूर्वक तरीके से दूर करे।
चिराग पासवान ने पांच राज्यों के आए चुनाव परिणाम पर भाजपा को परोक्ष रूप से नसीहत देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि मंदिर और भगवान हनुमान के बारे में दिए गए बयानो से जनता दिगभ्रमित होती है।
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