World News: वैसे तो चीन हर प्रयोग अपना गोपनीय रखता है। वो मसला अंतरिक्ष से जुड़ा हो या डिफेंस अपने काम को काफी ही छिपाकर रखता है। हालांकि इस बार चीनी वैज्ञानिकों ने एक नया किर्तीमान स्थापित कर दिखाया है।
SpaceX Mission:एलन मस्क द्वारा संचालित स्पेसएक्स ने सोमवार को इस साल अब तक अपने 40 वें मिशन को पूरा करते हुए 51 और स्टारलिंक उपग्रहों को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक तैनात करने का रिकॉर्ड बनाया है।
Nasa Moon mission: अमरिकी स्पेस एजेंसी का मून मिशन दो बार तकनीकी खामियों की वजह से फेल हो चुका है। वैज्ञानिक इसका निदान ढूंढ़ने में जुटे हैं। ताकि इस बार यह मिशन बगैर किसी बाधा के लांच हो सके। मगर अभी भी कई तरह की आशंकाएं बनी हुई हैं।
India's Moon Mission: इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) ने एक ऐसी तकनीकि ईजाद की है जिससे कि अब हर अंतरिक्ष यानि की सुरक्षित लैंडिंग की जा सकेगी। इसरो के वैज्ञानिकों ने जुलाई 2019 में मिशन मून-2 की चंद्रमा पर लैंडिंग कराते समय लैंडर के भटक जाने के बाद सबक लेते हुए यह तकनीकि विकसित करने में सफलता पाई है।
NASA Moon Mission: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के नए चंद्र रॉकेट में शनिवार को एक और खतरनाक ईंधन रिसाव हुआ जिससे प्रक्षेपण नियंत्रकों को परीक्षण डमी के साथ चंद्रमा की कक्षा में ‘क्रू कैप्सूल’ भेजने का अपना प्रयास दूसरी बार टालने के लिए मजबूर होना पड़ा।
NASA Artemis 1 launch: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का आर्टेमिस-1 मून मिशन 29 अगस्त को पोस्टपोन हो गया। बताया गया कि रॉकेट के चार में से एक इंजन में खराबी आ गई थी। जिसके कारण इसकी लॉन्चिंग के लिए चल रहे काउंटडाउन को कुछ देर पहले रोक दिया गया। रॉकेट की लॉन्चिंग भारतीय समयानुसार सोमवार शाम 6.03 बजे होनी थी।
NASA Artemis 1: नासा के महत्वाकांक्षी नये मून राकेट (Artemis 1) के प्रक्षेपण की अंतिम तैयारियों के दौरान ईंधन के रिसाव और संभावित दरार का पता चलने से इसका सोमवार सुबह निर्धारित लॉन्च टाल दिया गया।
Moon Mission: इसमें 322 फीट लंबा 2600 टन वजन वाला लॉन्च सिस्टम मेगारॉकेट होगा। यह रॉकेट आज पहले लिफ्टआफ के लिए तैयार है।
NASA Artemis 1 Mission: नासा का आर्टेमिस-1 मिशन करीब आधी सदी के बाद मनुष्यों को चंद्रमा की यात्रा कराकर वापस लाने के एक महत्वपूर्ण कदम की ओर अग्रसर है। इस मिशन को 29 अगस्त 2022 को रवाना किया जाना है और नासा की अतंरिक्ष प्रक्षेपण प्रणाली और ऑरियन क्रू कैप्सूल के लिए यह महत्वपूर्ण यात्रा होने वाली है।
Mini Moon: हमारे सौर मंडल में कई चंद्रमा हैं, शायद इसके बार में आपको जानकारी नहीं होगी। हालांकि हम पृथ्वी से सिर्फ एक ही दिखाई देती है क्योंकि केवल एक प्राकृतिक उपग्रह पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
NASA Moon Mission: नेशनल एअरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने चांद पर पार्किंग की जगह खोजी है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि जब चांद पर कोई रहता नहीं तो यहां पार्किंग करने की जरूरत भला किसको पड़ेगी।
आज तक, सैटेलाइट और रॉकेटों के मलबे से पृथ्वी की सतह (या वायुमंडल में हवाई यातायात) को नुकसान पहुंचने की संभावना को नगण्य माना गया है। ऐसे अंतरिक्ष मलबे के अधिकांश अध्ययनों ने निष्क्रिय सैटेलाइट द्वारा कक्षा में उत्पन्न जोखिम पर ध्यान केंद्रित किया है, जो कार्यशील सैटेलाइट के सुरक्षित संचालन में बाधा डाल सकता है।
यहां चट्टानों के सैंपल लेने के बाद नील और बज अपने अंतरिक्षयान की तरफ बढ़ गए थे। उन्हें अगले एक घंटे में वापस धरती के लिए रवाना होना था। जब नील को अपने अंतरिक्षयान की तरफ जाना था, तभी उन्हें एक और काम याद आया।
MP News: हरदा के किसान मुकेश के मुताबिक हरदा में एक भी पेशेंट नहीं था आज हमारे यहां कैंसर के करीब 100 मरीज हैं। जहरीली खेती के बारे में खुद कृषि मंत्री कमल पटेल ने माना उनके क्षेत्र में कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं।
जापान की क्योटो यूनिवर्सिटी और काजिमा कंस्ट्रक्शन एक ग्लास बनाने वाले हैं। इसका मतलब है कि इंसान एक आर्टिफिशियल स्पेस हैबिटेट में रहेगा। जिसकी ग्रैविटी पृथ्वी के बराबर होगी।
China on NASA Claim: चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है कि नासा प्रशासक ने तथ्यों की अनदेखी करते हुए चीन पर निशाना साधा है।
‘कैप्स्टन’ उपग्रह का सफर पहले से ही कई मायने में असामान्य रहा है। इस उपग्रह को 6 दिन पहले न्यूजीलैंड के माहिआ प्रायद्वीप से प्रक्षेपित किया गया था। इसे रॉकेट लैब कंपनी ने अपने छोटे से इलेक्ट्रॉन रॉकेट से प्रक्षेपित किया था।
जीवन में सुख और शांति के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पूजा की जाती है। ये दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। इसके साथ ही इस दिन दान करना बेहद शुभ माना जाता है।
सूर्य और चंद्रमा का एक कुंडली के एक ही भाव में होना कई तरह के फल देता है। यहां जानिए।
चंद्रमा अगर कुंडली में कमजोर है तो व्यक्ति मन पर कंट्रोल नहीं रख पाता। दुविधा और परेशानी हावी रहती है और बीमारियों का हमला होता है।
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