UP: योगी सरकार के 100 दिन के कार्यकाल में भाजपा ने सिर्फ नफरत फैलाने का काम किया है। ओम प्रकाश राजभर ने आगे कहा कि अखिलेश यादव के साथ ही उनकी पार्टी के सभी नेताओं को क्षेत्र में निकलना होगा।
Nupur Sharma Controversy: राजभर ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर जमकर हमला बोला और सरकार पर बयान देने वाले नेताओं को बचाने का आरोप लगाया।
अखिलेश के बुरा मानने के सवाल पर राजभर ने कहा कि क्या मैंने कुछ गलत कहा है? सच तो हमेशा कड़वा ही होता है। बात को अन्यथा क्यों लेंगे वो?
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि, “यह खबर पूरी तरह बेबुनियाद है। न तो मैं दिल्ली गया और ना ही मैं किसी से मिला। हम समाजवादी पार्टी के साथ हैं और रहेंगे और हमने प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव साथ लड़ने की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।"
अमित शाह से मुलाकात पर बोले ओमप्रकाश राजभर, "मैं अखिलेश यादव के साथ, अमित शाह से मुलाकत नहीं हुई"
ओम प्रकाश राजभर ने दिल्ली में अमित शाह से हुई मुलाकात की खबरों को लेकर बयान दिया है।
सूत्रों के मुताबिक ओम प्रकाश राजभर की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक घंटे से ज्यादा समय तक मुलाकात चली।
राजभर ने कहा कि गठबंधन मतदाताओं के दिमाग को पढ़ने में विफल रहा है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "मैं उस समय हारने की बात कैसे कर सकता था, क्योंकि 6 चरण और बाकी थे।"
2017 के विधानसभा चुनावों में 2017 में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से ओम प्रकाश राजभर ने बहुजन समाज पार्टी के काली चरण को 18081 मतों के अंतर से पराजित किया था।
वीआईपी सीटों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव की सीटें भी शामिल हैं।
जहूराबाद सीट पर SBSP के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, बीजेपी के उम्मीदवार कालीचरण राजभर और बीएसपी की सैयदा शादाब फातिमा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है।
पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाले राजभर इस बार का चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ रहे हैं।
जखनियाँ सीट से विधायक त्रिवेणी राम का दावा है कि उनके कार्यकाल में इस क्षेत्र में बहुत विकास हुआ है। अब विधायक के दावे में कितनी सच्चाई है? यहां की जनता से आप भी सुनिए।
Om Prakash Rajbhar ने कहा है कि अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद जातिगत जनगणना किया जाएगा। राजभर ने आरोप लगाया कि भाजपा जाति जनगणना के खिलाफ है, लेकिन अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में जाति जनगणना होगी।
ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि उन्होंने बीजेपी को धोखा नहीं दिया है। होने जा रहे विधानसभा चुनाव में कम-से-कम 14 विधायक जीतेंगे। बीजेपी और बीएसपी मिलकर टिकट बांट रही है।
रिपोर्टर बाइक वाली ने ओमप्रकाश राजभर से की लखनऊ का सियासी मिजाज जानने के लिए बातचीत।
पूर्व भाजपा विधायक ने कहा, मैं किसी भी कीमत पर 'तेजाब' (एसिड) को 'अमृत' नहीं कह सकता। राम इकबाल सिंह राज्य में भाजपा सरकार के आलोचक रहे हैं और पहले भी राज्य सरकार के कोविड प्रबंधन पर सवाल उठा चुके हैं।
ओमप्रकाश राजभर का यह ऐलान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के मुख्तार को लेकर पूर्व के रुख को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण माना जा सकता है।
वर्ष 2017 में 32 ऐसी छोटी पार्टियां थी जिनके प्रत्याशियों ने 5.000 से लेकर 50.000 तक वोट हासिल किए थे।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें मठ-मंदिर में रहना चाहिए।
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