केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने शनिवार को कहा कि भगवान राम की उनके ‘पराक्रमी रूप’ और अयोध्या में बन रहे नए मंदिर की आकृति 14 लाख रंगीन दीयों का इस्तेमाल करके बनाई गई है। कलाकृति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों को भी दर्शाया गया है। इन आकृतियों में दीयों का उपयोग करके ‘जय श्री राम’ लिखा हुआ है। शनिवार शाम अयोध्या पहुंचे चौबे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह कलाकृति बिहार के कलाकारों के एक समूह ने पिछले पांच से सात दिन में बनाई है।
14 लाख दीयों से बनाए गए भगवान राम
मंत्री ने कहा, ‘श्री राम 14 साल के वनवास के बाद लौटे थे और अयोध्या में, भगवान राम की उनके ‘पराक्रमी रूप’ में एक आकृति बनाई गई थी। यह नए भारत के युवाओं को यह संदेश देने के लिए है कि उन्हें ‘पराक्रमी’ होना चाहिए।’ बता दें कि भगवान राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनकर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इससे पूर्व राजनेताओं, नेताओं, अभिनेताओं, साधु-संतों इत्यादि सभी लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचेंगे।
राम के दर्शन करने जाएंगे अखिलेश यादव
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा से दूरी बना ली है। बता दें कि इस बीच यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया गया है। इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव शामिल होने के लिए सपरिवार पहुंचेंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को लिखे एक पत्र में अखिलेश यादव ने कहा कि वह प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन करने के लिए अयोध्या सपरिवार आएंगे। अपने पत्र में उन्होंने निमंत्रण देने के लिए धन्यवदा कहा और कहा कि यह कार्यक्रम सकुशश संपन्न हो। वह अपने परिवार के साथ इस कार्यक्रम के बाद दर्शनार्थी बनकर आएंगे।