इस्लामाबाद: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) की राजधानी मुजफ्फराबाद में पुलिस कार्रवाई के विरोध में आयोजित हड़ताल के दौरान व्यावसायिक प्रतिष्ठान नहीं खुले और आम जनजीवन प्रभावित हुआ। इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी देखने को मिली। प्रदर्शनकारियों के पथराव करने के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। यह पहली बार नहीं हा जब पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जनता ने पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। इससे पहले भी पीओके में इस तरह के विरोध प्रदर्शन देखने को मिलते रहे हैं।
पुलिसे ने दागे आंसू गैस के गोले
‘डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, ‘जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी’ (जेकेजेएएसी) के आह्वान पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में कामकाज बंद रखने और चक्का जाम हुआ था। इस हड़ताल के दौरान प्रदर्शनकारियों की चरफ से पथराव करने के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे घरों और मस्जिदों में रह रहे लोग भी प्रभावित हुए। पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी, हट्टियन बाला में विरोध प्रदर्शन हुए।
आटे के बढ़े दाम, सड़क पर जनता
जेकेजेएसी ने मुजफ्फराबाद और मीरपुर संभाग के विभिन्न हिस्सों में रातभर की छापेमारी में अपने कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को बंद का आह्वान किया था। जेकेजेएएसी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि राज्य भर के लोग 11 मई को मुजफ्फराबाद की ओर मार्च निकालेंगे। पब्लिक एक्शन कमेटी के जुड़े लोग बिजली बिलों पर लगाए गए करों के विरोध और आटे के लगातार बढ़े दामों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले साल अगस्त में भी इसी तरह की हड़ताल का आयोजन किया गया था। (भाषा)
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