Sunday, December 15, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. एशिया
  4. बांग्लादेश में फिर बवाल, हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर भारत में उबाल; अमेरिका ने भी उठाए सवाल

बांग्लादेश में फिर बवाल, हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर भारत में उबाल; अमेरिका ने भी उठाए सवाल

बांग्लादेश में हिंदुओं पर दोबारा हमले शुरू हो गए हैं। इसे लेकर भारत में भी उबाल आ गया है। विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश सरकार से तत्काल हिंदुओं पर हो रहे ऐसे हमलों को रोकने के लिए कहा है। वहीं अमेरिका ने भी बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमला करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published : Nov 08, 2024 11:37 IST, Updated : Nov 08, 2024 12:10 IST
बांग्लादेश में अपनी सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन करते हिंदू (प्रतीकात्मक)- India TV Hindi
Image Source : AP बांग्लादेश में अपनी सुरक्षा को लेकर प्रदर्शन करते हिंदू (प्रतीकात्मक)
नई दिल्लीः कनाडा में ब्राम्पटन मंदिर में हिंदुओं पर हमले के बाद बांग्लादेश के हिंदू भी निशाने पर आ गए हैं। इससे बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा जोर पकड़ने लगी है। जानकारी के अनुसार बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव के कुछ हिस्सों में सेना के नेतृत्व में संयुक्त बलों ने बीते बुधवार को गश्त की। उसके एक दिन पहले एक मुस्लिम किराना दुकानदार द्वारा इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉनशस्नेस) के खिलाफ फेसबुक पर की गई पोस्ट को लेकर झड़प हो गई थी और इसमें कई लोग घायल हो गए थे। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि व्यापारी उस्मान अली ने फेसबुक पर इस्कॉन को ‘‘आतंकवादी समूह’’ करार दिया था, जिसके बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था और हजारी गली क्षेत्र में रहने वाले हिंदू समुदाय ने इसके खिलाफ नाराजगी जताई थी।
 
हजारी गली में मुख्य रूप से हिंदू समुदाय के लोग रहते हैं जो आभूषण की दुकानों और थोक दवा की दुकानों के मालिक हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस्कॉन पर की गई इस टिप्पणी को लेकर रातभर संक्षिप्त झड़प हुई। इस दौरान मौके पर पहुंची सेना, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों द्वारा लाठीचार्ज करने से कई लोग घायल हो गए। इस दौरान हजारी गली इलाके में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। यहां सेना के जवान पुलिस के साथ जीप में गश्त कर रहे हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल फिरदौस अहमद ने एक संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को बताया कि अली की दुकान के सामने भीड़ एकत्र हो गई, जिसके बाद संयुक्त बल घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने अली और उसके भाई को हिरासत में ले लिया। उन्होंने कहा, ‘‘गुस्साई भीड़ ने आभूषण निर्माण में इस्तेमाल होने वाले एसिड और आस-पास की इमारतों से कांच की टूटी बोतलें फेंकी, जिससे सेना के पांच जवान और सात पुलिसकर्मी घायल हो गए।’’
अहमद ने कहा कि संयुक्त बलों ने 80 संदिग्धों को हिरासत में लिया है तथा कानूनी कार्रवाई के लिए स्थानीय खुफिया जानकारी और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा करते हुए अपराधियों की पहचान की जा रही है। 
 
हिंदुओं पर दोबारा हमले से भड़का भारत
 
हिंदुओं पर दोबारा हुए हमले पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। भारत ने ढाका से “चरमपंथी” तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने और देश के हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने चटगांव में हिंदू समुदाय के सदस्यों पर कथित हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह तनाव सोशल मीडिया पर “भड़काऊ पोस्ट” का परिणाम था। जायसवाल ने कहा कि भारत बांग्लादेश सरकार से ऐसे चरमपंथी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करता है।
 

अमेरिकी सांसदों ने बांग्लादेश सरकरा से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की गूंज अमेरिका तक भी पहुंच गई है। ढाका में हिंदुओं पर दोबारा शुरू हुए हमलों के बाद भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने अमेरिकी विदेश विभाग से बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए काम करने का आग्रह किया है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की संपत्तियों के साथ ही मंदिरों में तोड़-फोड़ की कई घटनाएं हुई हैं। बांग्लादेश में छात्रों के नेतृत्व वाले आंदोलन के दौरान और उसके बाद ऐसी घटनाएं हो रही हैं। विदेश विभाग ने कृष्णमूर्ति को बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में सोमवार को जानकारी दी।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement