Saturday, December 14, 2024
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महादेव बेटिंग ऐप मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, दो लोगों को किया गिरफ्तार; कोर्ट ने 17 जनवरी तक हिरासत में भेजा

ईडी ने अबतक इस मामले में दो आरोप पत्र दायर किए हैं जिसमें कथित तौर पर सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रवर्तकों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित अन्य लोगों को नामित किया गया था।

Edited By: Sudhanshu Gaur @SudhanshuGaur24
Published : Jan 13, 2024 16:12 IST, Updated : Jan 13, 2024 16:15 IST
ED- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV महादेव बेटिंग ऐप में ED ने की बड़ी कार्रवाई

रायपुर: ईडी ने महादेव ऑनलाइन ऐप के जरिये सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप मामले में जारी मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित जांच में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के रहने वाले नितिन टिबरेवाल और रायपुर के अमित अग्रवाल को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया और शुक्रवार को रायपुर की एक विशेष अदालत में पेश किया गया। उन्होंने बताया कि अदालत ने आरोपियों को 17 जनवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। 

सट्टेबाजी के पैसे से खरीदी गई अवैध संपत्ति 

गौरतलब है कि टिबरेवाल पर इस मामले के आरोपी विकास छपारिया का करीबी सहयोगी होने का आरोप है। ईडी सूत्रों ने कहा कि उस पर दुबई में कुछ बेहिसाबी संपत्तियां खरीदने और एक एफपीआई कंपनी में प्रमुख शेयरधारक होने का आरोप है, जिसमें छपारिया भी शेयरधारक है। एजेंसी को संदेह है कि ये संपत्तियां महादेव ऐप के मुनाफे से अर्जित आपराधिक आय का उपयोग कर खरीदी गई थी। सूत्रों ने बताया कि अमित अग्रवाल मामले में एक अन्य आरोपी अनिल कुमार अग्रवाल का एक रिश्तेदार है।

नेताओं और नौकरशाहों को दी गई रिश्वत 

ऐसा आरोप है कि अमित अग्रवाल ने अनिल कुमार अग्रवाल से महादेव ऐप से मिला पैसा लिया और उसकी (अमित अग्रवाल) पत्नी ने मामले में एक अन्य आरोपी अनिल दम्मानी के साथ मिलकर कई संपत्तियां खरीदीं। छपारिया और अनिल अग्रवाल का दुबई स्थित एक फ्लैट और एक प्लॉट को पिछले वर्ष ईडी ने जब्त कर लिया था जिनकी कीमत 99.46 करोड़ रुपये थी। एजेंसी ने पहले बताया था कि ऐप के जरिए अर्जित किए गए कथित तौर पर अवैध धन का इस्तेमाल राज्य में नेताओं और नौकरशाहों को रिश्वत देने के लिए किया गया था। एजेंसी ने कई मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड कलाकारों को ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के साथ उनके लेनदेन को लेकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। इसने बताया था कि ऐप से कथित तौर पर अर्जित अवैध धन का इस्तेमाल राज्य में राजनेताओं और नौकरशाहों को रिश्वत देने के लिए किया गया था। 

इस मामले में अब तक दो चार्जशीट दाखिल

ईडी ने अबतक इस मामले में दो आरोप पत्र दायर किए हैं जिसमें कथित तौर पर सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रवर्तकों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित अन्य लोगों को नामित किया गया था। दोनों को हाल में ईडी की पहल पर इंटरपोल द्वारा जारी रेड नोटिस के तहत दुबई में हिरासत में लिया गया था। एजेंसी उन्हें संयुक्त अरब अमीरात(यूएई) से भारत लाने की कोशिश में लगी है। ईडी के पहले आरोप पत्र के अनुसार, चंद्राकर ने फरवरी 2023 में यूएई के रस-अल-खैमा में शादी की थी और इसके आयोजन में लगभग 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए गए। 

यह मामला करीब 6,000 करोड़ रुपये का है

एजेंसी ने बताया कि यह मामला करीब 6,000 करोड़ रुपये का है। एजेंसी ने नवंबर में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले दावा किया था कि फोरेंसिक विश्लेषण और असीम दास के बयान से ‘चौंकाने वाले आरोप’ लगे हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तकों ने छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। हालांकि, ईडी ने साथ में यह भी कहा कि ये आरोप ‘जांच का विषय’ है। बघेल ने इन आरोपों को उनकी छवि खराब करने का प्रयास बताया था जबकि कांग्रेस ने इसे अपने (तत्कालीन)मुख्यमंत्री के खिलाफ केंद्र की बदले की राजनीति करार दिया था। 

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