बिहार की राजधानी पटना में पुलिस भर्ती को लेकर अभ्यर्थी प्रदर्शन कर रहे हैं। कैंडिडेट्स बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं और सीएम आवास का घेराव करने की कोशिश कर रहे हैं। कैंडिडेट्स हाथों में तिरंगा लेकर विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतरे हैं। प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स ने बैरिकेडिंग तोड़ दी है और आगे बढ़ गए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया है। साथ ही सीएम आवास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
कैंडिडेट्स बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग (बीपीएसएससी) और केंद्रीय कांस्टेबल चयन बोर्ड (सीएसबीसी) के परीक्षा में पारदर्शिता सहित अपनी मांगों को लेकर पटना में विरोध कर रहे हैं।
हाल में टीआरई-3 के पूरक परिणाम जारी करने को लेकर भी किया गया था प्रदर्शन
इससे पहले हाल में बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-3) के पूरक परिणाम जारी करने की मांग को लेकर भी अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया था, जिन्हें हटाने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया था। इसके बाद कुछ देर के लिए प्रदेश भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) कार्यालय के बाहर अफरा-तफरी मच गई थी। लाठीचार्ज के बारे में पटना (मध्य) की एसपी दीक्षा ने बताया था कि सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों से इलाका खाली करने का अनुरोध किया। प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हो गया था। जब प्रदर्शनकारियों ने हटने से इनकार किया तो पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि लाठीचार्ज के कारण कई अभ्यर्थी घायल हुए हैं, हालांकि अधिकारियों ने इसका खंडन किया। प्रदर्शन कर रहे पटना के अमन कुमार ने बताया था, "शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने हमें आश्वासन दिया था कि इस मुद्दे पर बीपीएससी को एक पत्र भेजा गया है, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।"
अब तक करीब 51,000 उम्मीदवारों को ही मिले नियुक्ति पत्र
बता दें कि बीपीएससी ने मार्च 2024 में टीआरई-3 परीक्षा आयोजित की थी और कुल 87,774 पदों की घोषणा की गई थी। हालांकि, अब तक करीब 51,000 उम्मीदवारों को ही नियुक्ति पत्र मिले हैं। कुमार ने दावा किया कि अधिकारियों ने पहले पूरक परिणाम का वादा किया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है।