कच्छ: गुजरात से एक बार फिर हैरान करनेवाली खबर आई है। यहां नकली ईडी के एक गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद शहर में इनका जुलूस निकला। गैंग के सदस्य नकली ईडी अधिकारी बनकर व्यापारियों को अपना शिकार बनाते थे।
फर्जी छापा मारते थे
दरअसल, तीन दिन पहले एक महिला समेत 12 लोगों के गिरोह ने प्रवर्तन निदेशालय के नाम पर गांधी धाम में राधिका जवेलर्स के घर पर छापा मारा था। खुद को ईडी अधिकारी बताकर फर्जी छापा मारकर वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह को पुलिस गिरफ्तार कर लिया। आरोपी शैलेन्द्र देसाई ने खुद को ईडी अधिकारी के रूप में बताया था। उसने अंकित तिवारी के नाम पर एक फर्जी आई कार्ड तैयार किया। इस तरह से फर्जी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारी बनकर वह ठगी का वारदात को अंजाम दे रहा था।
सोना कारोबारी को बनाया निशाना
पुलिस जांच में पता चला कि फर्जी ईडी टीम ने गांधी धाम में एक सोना कारोबारी के घर पर छापा मारा और लाखों का माल लेकर फरार हो गई। बताया जाता है कि फर्जी अधिकारियों की टीम एक ज्वैलर्स की दुकान पर, उसके मालिक और भाइयों के घर पर गई और सोना, चांदी और नकदी की जांच की गई। उसके बाद टीम के सदस्य 25 लाख से ज्यादा के सोने का आभूषण लेकर फरार हो गई। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने में 3 चार पहिया वाहन और 1 एक्टिवा वाहन का उपयोग किया। फर्जी ईडी के खिलाफ गांधीधाम ए डिवीजन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई थी।
इस मामले में पुलिस ने 7.80 लाख रुपये का सोने का बिस्किट, सोने का लेडीज ब्रेसलेट 14 लाख 47 हजार, ईडी का फर्जी आईकार्ड, 2.25 लाख कीमत के 13 मोबाइल फोन, महिंद्रा एक्सयूवी 500, महिंद्रा बोलेरो नियो, रेनॉल्ट डस्टर कार, होंडा एक्टिवा समेत कुल मिला रु. 45.82 लाख 206 रुपए के सामान को अपने कब्जे में लिया।