मोटापा इन दिनों एक आम समस्या बन चुका है। अनहेल्दी और खराब लाइफस्टाइल का असर शरीर पर पड़ता है। सबसे ज्यादा असर पेट यानी तोंद पर पड़का है। कम उम्र में ही लोग मोटापे की समस्या से परेशान हो जाते हैं। पेट निकलने के पीछे सबसे वजह है फैटी फूड्स और रिफाइंड ऑयल से बनी चीजों का अत्यधिक सेवन करना। ऐसे में खान-पान में सुधार कर लटकी तोंद को कम किया जा सकता है। बेली फैट करने के लिए लोग अपनी डाइट में कई अलग अलग तरह के बदलाव करते हैं। कुछ लोग सरसों और रिफाइंड ऑयल छोड़कर देसी घी और ऑलिव ऑयल में खाना पकाते हैं। ऐसे में यहां सवाल उठता है कि पेट की चर्बी कम करने में देसी घी vs ऑलिव ऑयल, क्या ज्यादा फायदेमंद है। चलिए जानते हैं।
ऑलिव ऑयल
इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट अधिक होता है, जो हेल्दी फैट का अच्छा स्रोत है। मोनोअनसैचुरेटेड फैट शरीर में फैट मेटाबॉलिज्मको बढ़ाने और फैट जमा होने से रोकने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा यह भूख को नियंत्रित करने और पेट को लंबे समय तक भरा रखने में भी सहायक है, जिससे आप कम कैलोरी का सेवन करते हैं। ऑलिव ऑयल में एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो सूजन को कम करते हैं, जो पेट की चर्बी से जुड़ा होता है।
देसी घी
देसी घी सैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है, लेकिन इसमें ब्यूटिरिक एसिड नामक शॉर्ट-चेन फैटी एसिड भी होता है। ब्यूटिरिक एसिड पाचन तंत्र और आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। एक स्वस्थ पाचन तंत्र वजन और पेट की चर्बी को नियंत्रित करने में अप्रत्यक्ष रूप से मदद करता है। घी में विटामिन A, D, E और K जैसे जरूरी वसा-घुलनशील विटामिन भी होते हैं। देसी घी का स्मोकिंग पॉइंट ऑलिव ऑयल से काफी ज्यादा होता है, इसलिए इसे भारतीय खाने में ज़्यादा तापमान पर पकाने के लिए बेहतर माना जाता है।
देसी घी vs ऑलिव ऑयल, क्या है ज्यादा फायदेमंद
लटकी हुई तोंद (पेट की चर्बी) कम करने के लिए ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल) को देसी घी की तुलना में थोड़ा ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, लेकिन दोनों को ही सही मात्रा में इस्तेमाल करना जरूरी है। अगर आप पेट की चर्बी कम करना चाहते हैं तो ऑलिव ऑयल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैट और एंटीऑक्सीडेंट्स सीधे फैट मेटाबॉलिज्म और भूख नियंत्रण में ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)