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क्या आप भी रात में ब्रश किए बिना सो जाते हैं? जानें इस वजह से सेहत को हो सकता है कितना नुकसान?

जब बिना ब्रश किए सीधे बिस्तर पर चले जाते हैं, तो इससे ओरल हेल्थ से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। जानें, रात में सोने से पहले ब्रश करना क्यों ज़रूरी है?

Written By: Poonam Yadav @R154Poonam
Published : Sep 09, 2024 19:45 IST, Updated : Sep 09, 2024 19:45 IST
Side effects of not brushing teeth at night- India TV Hindi
Image Source : SOCIAL Side effects of not brushing teeth at night

हम बचनप से ही यह सुनते हुए बड़े हुए हैं कि दिन में दो बार ब्रश करना चाहिए। एक बार सुबह के समय और दूसरी बार रात को सोने से पहले। लेकिन इस रूटीन को बहुत कम लोग ही फॉलो करते हैं।यह जानते हुए कि इस वजह से दांतों और मसूड़ों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती है।सुबह के समय तो लोग ब्रश करते हैं लेकिन रात में अक्सर लोगों को आलस आ जाता है और लोग ब्रश करना स्किप कर देते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं यह लापरवाही आपके सेहत पर भारी पड़ सकती है। चलिए जानते हैं रात में ब्रश नहीं करने से क्या हो सकता है? 

हो सकती हैं ये समस्याएं:

  • सांसों की बदबू: खाना खाने के बाद मुंह के अंदर लाखों बैक्टीरिया पैदा होते हैं।मुंह में रहने की वजह से ये बैक्टीरिया दांतों के इनेमल को नष्ट कर देता है, जिससे दांतों में सड़न, कैविटी और मसूड़ों की बीमारी हो जाती है। इतना ही नहीं दांतों की सड़न की वजह से मुंह से गंदी बदबू आने लगती है।इसलिए रोज़ाना रात को सोने से पहले भी ब्रश करें और साथ में फ़्लॉस भी करें। ये दांतों, मसूड़ों और जीभ से बैक्टीरिया और प्लाक को हटाने में मदद कर, बदबूदार सांसों को रोकता है। 

  • मसूड़ों की बीमारी और कैविटी: दांतों को ब्रश किए बिना बिस्तर पर चले जाते हैं, तो दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी जैसी गंभीर समस्या से ग्रस्त हो सकते हैं। दरअसल, रात में ब्रश नहीं करने से मुंह में प्लाक सख्त होने लगता है। एक बार प्लाक कैल्सीफायर हो जाने पर, यह टार्टर बन जाता है और साधारण ब्रशिंग से साफ नहीं होता। अपने दांतों से टार्टर हटाने का एकमात्र तरीका डेंटिस्ट के पास जाकर दांतों की सफाई करवाना है।

  • हृदय रोग की संभावना: कुछ अध्ययनों के मुताबिक़ ओरल हेल्थ में लापरवाही, मसूड़ों की बीमारी और हृदय रोग के बीच एक संबंध है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दांतों के आसपास सूजन, खून निकलना और हाड़ियाँ कमजोर होने के कारण बैक्टीरिया धमनियों में रक्तप्रवाह में भी जा सकते हैं। इससे हृदय में रक्त का प्रवाह सीमित हो सकता है।

इन टूथ-ब्रशिंग टिप्स को करें फॉलो:

  • बेहतरीन ओरल हेल्थ के लिए एक दिन में दो बार 2 मिनट के लिए अपने दाँतों को ब्रश करें। 

  • फ्लोराइड टूथपेस्ट का इस्तेमाल करें। फ्लोराइड दांतों के स्वास्थ्य को काफ़ी हद तक बेहतर बनाता है, जिससे दांत मज़बूत होते हैं।

  • अपने लिए सही टूथब्रश का इस्तेमाल करें। अगर आपको मैन्युअल ब्रश से परेशानी है, तो इलेक्ट्रिक ब्रश का इस्तेमाल करें।

  • हर 3 से 4 महीने में अपना टूथब्रश बदलें। अगर ब्रश के ब्रिसल्स मुड़ जाएं तो टूथब्रश बदलें। 

  • मसूड़ों पर ब्रश को बहुत ज़्यादा न रगड़ें। ऐसा करने से इनेमल और मसूड़ों को नुकसान हो सकता है।

  • दिन में कम से कम एक बार फ़्लॉस करें। ऐसा नहीं करने से दांतों के बीच बहुत सारी गंदगी जम जाएगी जो दाँतों को नुकसान पहुंचा सकती है।

  •  खाने के तुरंत बाद पानी से कुल्ला करें। इससे भोजन में मौजूद एसिड को बाहर निकालने में मदद मिलती है।

 

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