मौसम अब धीरे-धीरे बदलने लगा है। ऐसे में लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है। बदलता मौसम खासतौर से सांस के मरीजों की मुसीबत बढ़ा सकता है। ऐसे मौसम में उन लोगों को परेशानी होने लगती है जिन्हें सासं फूलने की समस्या रहती है। इस मौसम में एलर्जी होने का खतरा बढ़ जाता है। कहा जाता है कि उतरती चढ़ती सर्दी लोगों को ज्यादा परेशान करती है। सांस के मरीजों को इस वक्त खास सावधानी बरतनी चाहिए। फिर चाहे कोई अस्थमा, निमोनिया या फिर टीबी का मरीज हो या धूम्रपान और प्रदूषण के कारण सासं की बीमारी झेल रहे लोग हों। इस मौसम में आपको डाइट का सबसे ज्यादा ख्याल रखना चाहिए। खाने में कुछ चीजों से एकदम दूरी बना लेनी चाहिए। नहीं तो परेशानी और बढ़ सकती है। आइये जानते हैं बदलते मौमस में अस्थमा या सांस के मरीज को किन चीजों के सेवन से बचना चाहिए।
- मूंगफली- बदलते मौसम में अस्थमा के मरीज मूंगफली का सेवन न करें। इससे आपको एलर्जी हो सकती है। अस्थमा भी एलर्जी के कारण होता है। ऐसे में मूगफली से आपको परहेज करना चाहिए। अगर आपको मूगफली सूट करती है तो भी कम ही खाएं।
- दूध- दूध सभी के लिए फायदेमंज हो ये जरूरी नहीं है। अस्थमा के मरीज के लिए बदलते मौसम में दूध नुकसानदायक हो सकता है। दूध पीने से बाद सांस के मरीजों को खासी, गले में तकलीफ और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इसलिए दूध का सेवन कम से कम करें।
- नमक- कहा जाता है कि नमक का सेवन कम ही करना चाहिए। ज्यादा नमक खाने से हाई बीपी समेत कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा नमक खाने से गले में सूजन आने की संभावना रहती है। जिससे सांस और अस्थमा के मरीज की परेशानी बढ़ सकती है।
- अल्कोहल- अस्थमा के मरीज शराब और सिगरेट जैसी चीजों से बिल्कुल बचें। शराब में सल्फाइट होता है, जिससे सांस की समस्या हो सकती है। अस्थमा के मरीज को शराब और बियर पीने से बचना चाहिए। सिगरेट समस्या को बहुत बढ़ा सकती है।
- अंडा- अस्थमा के मरीज को अंडा खाने से भी बचना चाहिए। अंडे में ऐसे पोषक तत्त्व होते हैं जिससे परेशानी काफी बढ़ सकती है। कई बार फेफड़ो में तकलीफ हो सकती है। इसलिए सांस के मरीजों को अंडा नहीं खाना चाहिए।
- सोया- सोया वैसे तो शरीर के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इससे कई बार एलर्जी की समस्या हो सकती है। सांस और अस्थमा के पेशेंट को एलर्जी से बचने के लिए सोया नहीं खाना चाहिए।
- मछली- जो लोग नॉनवेज खाते हैं उन्हें मछली का सेवन करने से बचना चाहिए। अस्थमा के मरीज को मछली बिल्कुल नहीं खाने की सलाह दी जाती है। इससे परेशानी बढ़ सकती है।
- सुपारी- सुपारी का सेवन फेफड़ो की मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित होता है। अस्थमा के मरीद को भी सुपारी का सेवन नहीं करना चाहिए। सुपारी खाने से सांस की समस्या बढ़ सकती है।
फैटी लिवर या लिवर में सूजन के क्या हैं लक्षण, कैसे पहचानें और जान लें बचाव के तरीके