नई दिल्ली: इस समय भारत का उत्तरी और मध्य हिस्सा शीतलहर की चपेट में है। यदि यही हाल रहा तो 15 जनवरी साल का सबसे ठंडा दिन हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कड़ाके की सर्दी से फिलहाल 21 जनवरी तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि इस दौरान ठंड से विशेष रूप से सावधानी बरतें और जरा भी लापरवाही न करें। सर्दी के कारण देश के कई हिस्सों में कई लोगों की जान जा चुकी है।
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वहीं भारतीय मौसम विभाग ने भी कम से कम 21 जनवरी तक ठंड से राहत नहीं मिलने की बात कही है। बताया जा रहा है कि 21 जनवरी तक देश के ज्यादातर हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम ही रहेगा। तापमान में गिरावट का प्रमुख कारण पश्चिमी विक्षोभ के साथ ही पश्चिमी हिमालयन क्षेत्र (जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड) में बारिश या बर्फबारी को होना है। यह बर्फबारी 17 जनवरी तक जारी रह सकती है।
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मौसम विभाग के मुताबिक, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में तेज शीत लहर चलने की संभावना है। इसके अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, विदर्भ और अंदुरूनी ओडिशा के कुछ हिस्सों में भी शीत लहर का प्रकोप जारी रह सकता है। अगले दो हफ्ते के दौरान सामान्य बारिश हो सकती है जिससे कि ठंड के और बढ़ने की संभावना है। दिल्ली में सर्दी की वजह से 15 जनवरी तक प्राइमरी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।