Thursday, April 25, 2024
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घर पर कोरोना का उपचार पड़ सकता है भारी, पान का पत्ता-गर्म पानी कितना फायदेमंद, जानिए WHO की चेतावनी का सच

अगर आप भी कोरोना से बचाव या उपचार के लिए सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी तरह के नुस्खे को अपना रहे हैं तो पहले उसकी सत्यता अवश्य जांच लें वरना आपको लेने के देने पड़ सकते हैं। 

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: May 08, 2021 16:30 IST
घर पर कोरोना का उपचार पड़ सकता है भारी, जानिए पान का पत्ता-गर्म पानी से कितना होगा बचाव- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV घर पर कोरोना का उपचार पड़ सकता है भारी, जानिए पान का पत्ता-गर्म पानी से कितना होगा बचाव

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। लोग घरों में कोरोना से बचने के लिए तरह-तरह के नुस्खे अपना रहे हैं। कोई गर्म पानी पी पा रहा है तो कोई पान के पत्ते खाने से कोरोना के उपचार में इस्तेमाल कर रहा है। अगर आप भी सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी तरह के नुस्खे को अपना रहे हैं तो पहले उसकी सत्यता अवश्य जांच लें वरना आपको लेने के देने पड़ सकते हैं। कोरोना से बचाव और उपचार को लेकर कई तरह के मिथ फैलाए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और डॉक्टर आपको लगातार ऐसे किसी भी तर के मिथ से सावधान रहने के लिए कह रहे हैं। आप भी जानिए सोशल मीडिया पर वायरल कुछ गलत मिथ की सच्चाई क्या है। 

जानिए पान के पत्ते से ठीक होगा कोरोना?

पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर कहा कि 'एक फर्जी खबर में दावा किया जा रहा है कि पान के पत्ते का सेवन करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है व संक्रमित व्यक्ति को भी ठीक किया जा सकता है। पीआईबी फैक्ट चेक ने बताया कि COVID19 से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना, मास्क लगाना व शारीरिक दूरी का पालन करना ज़रूरी है। पान के पत्ते के सेवन से कोरोना से बचाव व स्वस्थ होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। 

क्या गर्म पानी से नहाने और गुनगुना पानी पीने से कोरोना से बचाव हो सकता है?

वहीं एक मिथ ये भी है कि 'गर्म पानी से नहाने और गुनगुना पानी पीने से कोरोना से बचाव हो सकता है?' इसका फैक्ट ये है कि- नहीं, गर्म पानी पीने से कोरोना वायरस खत्म नहीं होता है और ना ही ये संक्रमण का इलाज है। इसे खत्म करने के लिए लैब में 60 से 75 डिग्री टेम्प्रेचर की जरूरत होती है। 

जानिए डब्ल्यूएचओ ने भारत के लिए जारी की है चेतावनी 

पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि 'एक फ़र्ज़ी मैसेज में दावा किया जा रहा है कि COVID19 के बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन (WHO) की तरफ से भारत को चेतावनी दी गई है। इस पर @WHOSEARO द्वारा पहले भी स्पष्टीकरण जारी किया गया है। कृपया ऐसे किसी मैसेज को फॉरवर्ड न करें। साथ ही पीआईबी फैक्ट चेक (@PIBFactCheck) ने अपने ट्वीट में डब्ल्यूएचओ के ट्वीटर हैंडल से जो जानकादी गई है उसे भी साझा किया गया है। वीडियो में कहा जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ ने आने वाले समय में कोरोना संक्रमण के चलते मौतों की संख्या काफी बढ़ने का दावा करते हुए कहा है कि 15 अप्रैल के बाद से हर रोज 50 हजार मौतें देश में हो सकती हैं। डब्लूएचओ ने खुद इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उनकी ओर से ऐसा कोई दावा नहीं किया गया है।

जानिए क्या है पीआईबी फैक्ट चेक 

आपको बता दें कि, फर्जी खबर यानी फेक न्यूज से निपटने की कोशिश के तहत पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक ‘तथ्य जांच इकाई’ गठित की है। केंद्र सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की फैक्ट चेक यूनिट लगातार वायरल मैसेज को लेकर लोगों को सचेत कर रही है। वायरल खबर में वैद्य एमआर शर्मा के हवाले से कहा जा रहा है कि पान के पत्ते का सेवन करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। 

आप यहां क्लिक करके कोरोना वैक्सीन के लिए वाट्सएप के जरिए मदद ले सकते हैं

आप भी किसी जानकारी का कराएं फैक्ट चेक

अगर आपको भी कोई ऐसी कोई जानकारी मिलती है तो आप उसे पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in अथवा वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भेज सकते हैं। यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है।

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