
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले से लेकर इंडिया आर्म्ड फोर्सेज के ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान के साथ सीजफायर की घोषणा तक पिछले कुछ हफ्तों में कई बड़ी घटनाएं हुई हैं। अब जबकि न्यूक्लियर हथियार से संपन्न दोनों पड़ोसी देशों के बीच सीजफायर हो गया है तो एक सवाल बना हुआ है कि अब आगे क्या होगा? लेकिन इस पर नज़र डालने से पहले, अब तक क्या हुआ है, इसे संक्षेप में जान लेते हैं।
पहलगाम में आतंकी हमला
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने टूरिस्टों हमला कर दिया और गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए। मृतकों में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक शामिल हैं। इस हमले से पूरे देश में भारी गुस्सा फैल गया। लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। उधर, नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान द्वारा उकसाने वाली कार्रवाई की गई और बार-बार सीजफायर का उल्लंघन कर गोलीबारी की गई।
ऑपरेशन सिंदूर
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के दो सप्ताह बाद, 7 मई को इंडियन आर्म्ड फोर्सेज ने आतंकी शिविरों पर सटीक हमले किए। पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया, जिसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया। सेना, नौसेना और वायु सेना तीनों इस ऑपरेशन में शामिल थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके बाद एक सर्वदलीय बैठक के दौरान कहा था कि भारत के 7 मई के ऑपरेशन में कम से कम 100 आतंकवादी मारे गए।
भारत पाकिस्तान तनाव
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर और भारत के सीमावर्ती इलाकों में LoC के पार भारी आर्टिलरी शेलिंग की। इतना ही नहीं भारतीय सीमा में हमले के लिए बड़ी संख्या ड्रोन भी भेजा। चार दिनों तक इंडियन आर्म्ड फोर्सेज और पाकिस्तान की सेना इस तरह की लड़ाई में जुटे रहे। भारत ने पाकिस्तान के ड्रोन्स और मिसाइलों को मार गिराया। भारत ने राफैल लड़ाकू विमान, एस-400 वायु रक्षा प्रणाली और बराक 8 रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल किया। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और यहां तक कि गुजरात के कच्छ जिले के कई सीमावर्ती शहरों में सीमा पार से बढ़ती गोलीबारी के बीच ब्लैकआउट के आदेश दिए गए हैं।
भारत पाकिस्तान युद्ध विराम
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने की आशंका के बीच पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से बात की और सीजफायर की पहल की। इसके तुरंत बाद, भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने औपचारिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने शनिवार दोपहर 15:35 बजे अपने भारतीय समकक्ष को फोन किया और इस बात पर सहमति बनी कि दोनों पक्ष 1700 बजे IST से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। मिसरी ने कहा, "इस समझौते को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं।" पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी एक्स पर इस खबर का ऐलान किया और जोर दिया कि इस्लामाबाद ने "अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना, हमेशा क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है!"
पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया
भारत के साथ सीजफायर पर सहमति बनने के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने शनिवार शाम को सीमा पार से ड्रोन भेजने शुरू किए और गोलाबारी शुरू कर दी। राजस्थान के बाड़मेर, जम्मू-कश्मीर के बारामुल्ला, अंबाला, उधमपुर समेत कई जिलों में गोलाबारी और ड्रोन हमले की खबरें आईं। हवाई सायरन बजने के कारण कई इलाकों में तत्काल ब्लैकआउट हो गया। रात 11 बजे विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तान द्वारा किए गए सीजफायर उल्लंघन पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और पड़ोसी देश से इस पर ध्यान देने के लिए "उचित कदम" उठाने का आह्वान किया। मिसरी ने कहा, "पिछले कुछ घंटों से भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच बनी सहमति का बार-बार उल्लंघन हो रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "सशस्त्र बल इन उल्लंघनों का पर्याप्त और उचित जवाब दे रहे हैं और हम इन उल्लंघनों को बहुत गंभीरता से लेते हैं।" उन्होंने कहा, "हम पाकिस्तान से सीजफायर उल्लंघन को रोकने के लिए उचित कदम उठाने और स्थिति से गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ निपटने का आह्वान करते हैं।" विदेश सचिव ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल स्थिति पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं, उन्होंने कहा कि उन्हें "अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ नियंत्रण रेखा पर सीमा उल्लंघन की किसी भी घटना की पुनरावृत्ति से सख्ती से निपटने" के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद, पाकिस्तान ने कहा कि वह भारत के साथ युद्धविराम समझौते के "ईमानदारी से कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है"। इस्लामाबाद के विदेश मंत्रालय ने दावा किया कि उसके बल स्थिति को जिम्मेदारी और संयम के साथ संभाल रहे हैं, उन्होंने भारत पर "उल्लंघन" करने का आरोप लगाया।
रात भर कोई उल्लंघन नहीं हुआ
पाकिस्तान द्वारा सीजफायर उल्लंघन के बाद सभी सीमावर्ती शहर और जम्मू-कश्मीर हाई अलर्ट पर रहे, लेकिन रात 11 बजे के बाद से इनमें से किसी भी क्षेत्र में गोलाबारी या विस्फोट की कोई खबर नहीं आई। रविवार सुबह तक ब्लैकआउट हटा लिए गए और फिलहाल शांति बनी हुई है।
अब आगे क्या होगा?
अब जबकि भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू है, दोनों पक्षों के DGMO के बीच होनेवाली बातचीत पर सभी का ध्यान केंद्रित है। यह बातचीत 12 मई को दोपहर 12 बजे होनेवाली है। सीजफायर समझौते की घोषणा करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इसकी घोषणा की थी। अब सबकुछ इस बातचीत पर निर्भर करता है। उम्मीद है कि धीरे-धीरे तनाव कम होगा और पाकिस्तान सीजफायर का सम्मान करेगा। रविवार की सुबह, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते की सराहना की और कहा कि वह दोनों देशों के साथ व्यापार बढ़ाएंगे और कश्मीर मुद्दे का समाधान खोजने के लिए उनके साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने दोनों देशों के नेताओं की सराहना की और कहा, "आपके बहादुर कार्यों से आपकी विरासत बहुत बढ़ गई है"।
सीमा पर राहत, लेकिन लोग अलर्ट
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौते के बाद सीमावर्ती जिलों के निवासियों ने राहत की सांस ली, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अभी भी लगातार सावधानी बरतने की जरूरत है। अटारी इंटरनेशनल कस्टम्स पोस्ट के बाहर एक शख्स ने कहा, "आज हमारे घर में एक तरह का उत्सव है।" पंजाब के फिरोजपुर में हुसैनवाला सेक्टर के सीमावर्ती गांव टेंडीवाला के सरपंच गुरनाम सिंह ने कहा कि आखिरकार अच्छी खबर आई। "हमें खेतों में काम फिर से शुरू होने की उम्मीद है। हम जानते हैं कि हमें सतर्क रहना होगा।"