ग्वालियर: बीएसएफ की दो महिला कांस्टेबल एक महीने से लापता हैं। महिला जवानों के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। इस बीच पुलिस को एक बड़ा सुराग हाथ लगा है। बीएसएफ की लापता दो महिला कांस्टेबल आखिरी बार ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर जाते दिखीं। सीसीटीवी में दिख रहा है कि दोनों महिला कांस्टेबल वर्दी पहने हुए हैं साथ में जाती दिख रही हैं।
सहाना खातून और उसकी बहन के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने बिलौआ थाने में महिला आरक्षक सहाना खातून और उसकी बहन पर अपहरण और बंधक बनाने की धाराओं में मामला दर्ज किया है। गायब हुई महिला आरक्षक आकांक्षा के परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। सहाना की बहन को टेकनपुर थाने में पूछताछ की जा रही है। वहीं, पुलिस ने एक टीम पश्चिम बंगाल के लिए की रवाना की है। पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर आगे की जांच चल रही है।
हाई अलर्ट पर खुफिया एजेंसी
दोनो महिला कांस्टेबल बीएसएफ की एसटीसी विंग में कंप्यूटर सेक्सन में तैनात थीं। दोनों के लापता होने की सूचना के बाद खुफिया एजेंसी हाई अलर्ट पर हैं। फिलहाल अभी तक दोनों महिला कांस्टेबल का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
6 जून से लापता हैं दोनो लेडी कांस्टेबल
बता दें कि ग्वालियर में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के टेकनपुर कैंप में तैनात दो लेडी कांस्टेबल आकांशा निखार और सहाना खातून 6 जून को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। पुलिस का कहवा है कि दोनों का मोबाइल फोन कैंप के हास्टल में ही पड़ा मिला है। कैंप से दो महिला कांस्टेबलों के लापता होने के बाद बीएसएफ ने स्थानीय पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस दोनों महिलाओं की तलाश कर रही है।
आकांक्षा और सहाना हैं अच्छे दोस्त
एक कांस्टेबल की पहचान मध्य प्रदेश के जबलपुर की आकांक्षा निखार के रूप में हुई। दूसरी कांस्टेबल की पहचान पश्चिम बंगाल की शहाना खातून के रूप में हुई। आकांक्षा निखार 2021 से टेकनपुर में बीएसएफ अकादमी में तैनात हैं। उनकी 2023 में मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल की सहाना खातून अंसारी से दोस्ती हुई। दोनों करीबी दोस्त बन गए और सहाना इस साल की शुरुआत में आकांक्षा के घर जबलपुर भी गईं। वे एक साथ पश्चिम बंगाल गए जहां आकांक्षा सहाना के घर पर रुकी।
रिपोर्ट- भूपेन्द्र भदौरिया