महाराष्ट्र महापालिका चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महायुति गठबंधन पर निशाना साधा। शिवसेना यूबीटी के मुखिया ने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव का माहौल है। चुनाव जीतने के लिए पैसे की अतिवृष्टि की जा रही है। प्रदूषण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मुंबई की आबो-हवा खराब हुई है। हवा प्रदूषित हुई है। स्वास्थ के लिए हवा ठीक नहीं है। संजय गांधी नेशनल पार्क को नष्ट करने का प्लान राज्य सरकार कर रही है।
नासिक में तपोवन को खत्म किया जा रहा है। तपोवन में कुंभ के लिए साधुग्राम बनाने का सरकार का प्लान है, जिसके लिए पेड़ काटे जा रहे हैं। जिस जगह पर भगवान राम रहे थे, उस जगह को बर्बाद किया जा रहा है। हिंदुत्व के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
शिवसेना सांसद वंदे मातरम बोलेंगे- ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री नहीं मानते, क्योंकि वह कोई संवैधानिक पद नहीं है। वह वित्त मंत्री हैं और वह कह रहे हैं कि उनके पास तिजोरी है। वहीं, चंद्रकांत पाटील कहते हैं कि तिजोरी का मालिक तो उनके पास है। एक दाढ़ी वाला है वह अपनी दाढ़ी खुजाता रहता है, उसके हाथ में क्या है उसे ही नहीं पता है। पैसे की इतनी मस्ती आज तक महाराष्ट्र ने कभी देखी नहीं थी। लोगों की व्यथा समझने के लिए इनके पास समय नहीं है। प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर से घूम रहे हैं।
महायुति के नेताओं में किसानों से मिलने की हिम्मत नहीं
उद्धव ने कहा, "जिन लोगों ने वोट दिया वह दुखी है, व्यथित हैं, उनका हाल जानने के लिए उनके पास यह क्यों नहीं जा रहे हैं। मैं खुद जाकर आया। मैं जाकर किसानों के बीच बैठकर उनकी दुख और पीड़ा सुनकर आया। इनमें से किसी की हिम्मत क्यों नहीं होती उनके बीच में जाकर बैठे और उनकी पीड़ा सुने। महायुति के लोग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन कारवाई कौन करेगा इनके ऊपर। आरोप भी वही लगाते हैं और जजमेंट भी वह खुद ही दे लेते हैं।"
बीजेपी पर साधा निशाना
रविंद्र चौहान ने कहा कि 2 दिसंबर तक युति रहेगी। उनके इस बयान पर उद्धव ठाकरे बोले कि यह बीजेपी की यूज एंड थ्रो पॉलिसी दिखाता है। इस बार कितनी दूर थ्रो करेंगे पता नहीं। उद्धव ने कहा, "बीजेपी का हिंदुत्व झूठ है और उनकी देशभक्ति भी झूठी है। तपोवन का जिक्र तो मैंने किया ही लेकिन पार्लियामेंट की जो अधिसूचना आयी है जिसमें आप संसद के अंदर वंदे मातरम नहीं कह सकते यह कैसी बात है। किसका दिमाग है इसके पीछे। एक समय भाजपा के लोग ही चिल्ला चिल्ला के कहते थे कि इस देश में रहना होगा तो वंदे मातरम कहना होगा। मेरे सांसद तो संसद में जाकर वंदे मातरम कहेंगे अगर बीजेपी में हिम्मत है तो मेरे सांसदों को बाहर निकाल कर दिखाएं। नहीं तो जिसने भी यह अधिसूचना जारी की है उसे ढूंढ कर निकालो और भाजपा जैसी रहती है वैसे ही उनको पाकिस्तान भेज दो। बीजेपी का दोहरा चरित्र इससे दिखता है यह लोग ढोंगी है। ना ही है हिंदू हैं और ना ही देश प्रेमी है।"
नासिक के तपोवन पर आपत्ति जताई
नासिक के तपोवन पर उद्धव ने कहा कि इसके पहले हमने दूसरे मामले को लेकर ग्रीन ट्रिब्यूनल में कई शिकायतें की हैं, लेकिन इन पर कोई असर नहीं पड़ता। आरे कारशेड का मामला ले लीजिए हमने कितनी शिकायत की हैं। इनका कोई फर्क नहीं पड़ता। कल ही तपोवन का कॉन्ट्रैक्ट निकला है। एक जो कहावत है मुंह में राम बगल में छुरी उसको बदलकर मुंह में राम बगल में अदानी करना पड़ेगा।
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