मुंबई। देश का विदेशी मुद्रा भंडार एक बार फिर 400 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया है। एक फरवरी को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.063 अरब डॉलर बढ़कर 400.24 अरब डॉलर हो गया। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार इसका मुख्य कारण प्रमुख मुद्रा परिसंपत्तियों में उछाल आना है।
इससे पिछले सप्ताह देश का मुद्राभंडार 1.497 अरब डॉलर बढ़कर 398.178 अरब डॉलर हो गया था। रिज़र्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में, कुल मुद्राभंडार का अहम हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 1.280 अरब डॉलर बढ़कर 373.430 अरब डॉलर पर पहुंच गईं।
डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियां, मुद्राभंडार में रखे यूरो, पौंड और जापानी येन जैसे गैर-अमेरिकी मुद्राओं की मूल्यवृद्धि और मूल्यह्रास के प्रभावों को भी समाहित करता है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने 13 अप्रैल, 2018 को समाप्त सप्ताह में 426.028 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छूआ था लेकिन तब से इसमें कुल मिला कर काफी गिरावट हुई है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में देश का आरक्षित स्वर्ण भंडार 76.49 करोड़ डॉलर बढ़कर 22.686 अरब डॉलर हो गया। सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ देश का विशेष निकासी अधिकार भी 62 लाख डॉलर बढ़कर 1.470 अरब डॉलर हो गया। इसी प्रकार आईएमएफ में देश का मुद्राभंडार भी 1.12 करोड़ डॉलर बढ़कर 2.654 अरब डॉलर हो गया।