
Jet Airways Lenders to invite fresh expression of interest
नई दिल्ली। जेट एयरवेज के दिवालिया समाधान पेशेवरों ने बंद हो चुकी इस विमानन कंपनी के लिए बुधवार को नए सिरे से रुचि पत्र (ईओआई) मांगे हैं। पिछले साल बंद हो चुकी जेट एयरवेज के लिए चौथी बार ईओआई को आमंत्रित किया गया है। एक सार्वजनिक दस्तावेज के मुताबिक बोली दस्तावेज जमा करने की अंतिम तिथि 28 मई है और संभावित समाधान आवेदकों की अंतिम सूची 10 जून को जारी की जाएगी।
ताजा ईओआई जारी करने का निर्णय हाल में आयोजित कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) की बैठक में लिया गया। सीओसी ने पिछले सप्ताह विमानन कंपनी के भविष्य पर चर्चा की। यह सीओसी की 11वीं बैठक थी। इस साल मार्च में राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) ने विमानन कंपनी की कॉरपोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया को 90 दिन के लिए बढ़ाने की अनुमति दी थी।
एयरलाइंस के समाधान पेशेवरों ने कोई बोलीदाता नहीं मिलने पर एनसीएलटी से दिवालिया प्रक्रिया को 90 दिनों के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया था। सीओसी ने 18 फरवरी को बोली देने के लिए 10 मार्च की नई समयसीमा तय की। हालांकि इसमें आगे फिर देरी हुई। नकदी संकट से जूझ रही इस विमानन कंपनी ने अप्रैल 2019 में अपना परिचालन बंद कर दिया था।
कंपनी पर बैंकों का 8,000 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया है। जेट एयरवेज की कुल देनदारियां 26,000 करोड़ रुपए से अधिक हैं, जिसमें 10,000 करोड़ रुपए से अधिक वेंडरों को देने हैं, कर्जदाताओं के ब्याज सहित 8,500 करोड़ रुपए बकाया हैं और वेतन के रूप में 3,000 करोड़ रुपए से अधिक बकाया है।