Proposed hike in registration fees will further aggravate the de-growth of the auto industry
नई दिल्ली। सोसाएटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी किए गए उस मसौदा अधिसूचना का विरोध किया है, जिसमें वाहनों की श्रेणी के आधार पर नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन शुल्क में 10 से 20 गुना वृद्धि करने का प्रस्ताव किया गया है। नए मध्यम गुड्स/पैसेंजर वाहन पर 20,000 रुपए का रजिस्ट्रेशन शुल्क लगाने का प्रस्ताव है, जो वर्तमान में 1,000 रुपए है।
इसी प्रकार एक नए ट्रक या बस के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क 20,000 रुपए करने का प्रस्ताव है, जो वर्तमान में मात्र 1,500 रुपए है। नए दोपहिया वाहन के रजिस्ट्रेशन के लिए 1,000 रुपए का शुल्क प्रस्तावित किया गया है, जबकि वर्तमान में इसके लिए केवल 50 रुपए का शुल्क लगता है। नई कार के रजिस्ट्रेशन के लिए 5,000 रुपए का शुल्क वसूलने की बात अधिसूचना में कही गई है, जबकि वर्तमान में इसके लिए 600 रुपए का शुल्क निर्धारित है।
सियाम के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा कि वर्तमान में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री संकट के दौर से गुजर रही है। नए वाहनों की बिक्री पिछले 10 महीने से लगातार घट रही है। नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन शुल्क में इस तरह की वृद्धि से बाजार की परिस्थितियों पर और नकारात्मक असर पड़ेगा।
सियाम ने सरकार को लिखे पत्र में कहा है कि नए वाहनों के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क बढ़ाने की बजाये भारत सरकार को ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में ग्रोथ को वापस लाने के लिए सियाम द्वारा सुझाए गए विभिन्न उपायों पर ध्यान देना चाहिए।



































