
दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स की भारतीय यूनिट, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड ने मंगलवार को शतरंज की महिला ग्रैंडमास्टर वन्तिका अग्रवाल को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाने की घोषणा की है। एलजी इंडिया का कहना है कि जिस तरह से शतरंज के खिलाड़ी अपनी हर चाल सोच समझकर चलते हैं, उसी तरह से एलजी इंडिया अपने हर प्रोडक्ट से पहले बहुत सोच विचार करती है, और इसी सोच के साथ वन्तिका अग्रवाल को एलजी इंडिया का ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया है।
बड़ी कंपनी का सपोर्ट मिलेगा
खबर के मुताबिक, शतरंज खिलाड़ी वन्तिका को अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। इससे पहले वह बहुत कम उम्र में शतरंज की दुनिया मे कई स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। वन्तिका ने कहा कि शतरंज जैसे खेल में आगे जाने के बहुत जरूरी है कि आपको बड़ी कंपनी का सपोर्ट मिले। इस कंपनी से जुड़ने के बाद मुझे उम्मीद है कि मुझे अपने खेल को आगे ले जाने में मदद मिलेगी। एलजी इलेक्ट्रोनिक्स 1997 में भारत आई थी। फिलहाल इस कंपनी की दो प्रोडक्शन यूनिट भारत में है। एक नोएडा और दूसरा पुणे में है।
ब्रांड की वैल्यू का प्रतिनिधित्व
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड के कॉरपोरेट कम्युनिकेशन हेड, राहुल मिश्रा ने इस मौके पर कहा कि एलजी एक सोचने-समझने वाला ब्रांड है। कंपनी अपने विचार में रणनीति को प्राथमिकता देती है। अगर आप 1997 से अबतक भारत में एलजी की लीडरशिप देखें तो यह रणनीति और योजनाओं से बनी है। वह एडहॉक रिएक्शन से नहीं बनी है। हम इन वैल्यूज को अपने अन्दर देखते हैं तो हमें एक ऐसा एम्बेस्डर चाहिए था जो ब्रांड को समान रूप से प्रतिनिधित्व दे सके। वन्तिका में ऐसी बात दिखी और हमने उन्हें अपना ब्रांड एम्बेस्डर बनाया।
सफर और आसान हो जाएगा
इस मौके पर वन्तिका अग्रवाल ने कहा कि मेरी यात्रा अभी काफी लंबी है। मैं 14-15 साल से खेल रही हूं। मैं जब साढ़े साल की थी तब से शतरंज खेलना शुरू किया था और पहली ही टूर्नामेंट में ही प्राइज जीत लिया था। मैं एक साल में स्टेट चैम्पियन बन गई थी। फिर नेशनल, एशियन और कॉमनवेल्थ, वर्ल्ड, ओलम्पियाड और फिर अर्जुन अवॉर्ड। मैंने फिर कभी पलटकर नहीं देखा। मेरा आगे का लक्ष्य ग्रैंड मास्टर टाइटल अटेंड करना और इंडिया के लिए और भी ढेर सारे मेडल जीतना है। एलजी से जुड़ने और सपोर्ट मिलने से यह सफर और आसान हो जाएगा।