
आजकल टू-व्हीलर लोन की मांग तेजी से बढ़ी है। अधिकांश युवा अपनी शौक पूरा करने के लिए महंगी टू-व्हीलर बाइक खरीद रहे हैं। इसके लिए वो बैंकों से लोन ले रहे हैं। बैंक भी आसानी से लोन दे रहे हैं कि क्योंकि ज्यादातर लोन लेने वाले नौकरीपेशा हैं। अब सवाल उठता है कि बाइक खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेना बेहतर है या टू-व्हीलर loan। अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं तो चलिए हम देने की कोशिश करते हैं। इसके बाद आपको फैसला लेने में आसानी होगी।
पर्सनल लोन
पर्सनल लोन आपको कई उद्देश्यों के लिए धन मुहैया कराता है। बैंक आसानी से पर्सनल लोन दे देते हैं। हालांकि, इस पर ब्याज दर दूसरे लोन के मुकाबले अधिक होती है।
पर्सनल लोन की मुख्य विशेषताएं
- लचीला: पर्सनल लोन का पैसा आप कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बैंक ये नहीं पूछता कि आप इस पैसे को कहां खर्च करेंगे। आप इससे आसानी से बाइक भी खरीद सकते हैं।
- लोन राशि: लोन राशि आपके आय और ऋणदाताओं द्वारा निर्धारित शर्तों के तहत आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है।
- गारंटी की जरूरत नहीं: पर्सनल लोन में आपको किसी गारंटी की जरूरत नहीं होती है।
- ब्याज दरें: बैंक पर्सनल लोन पर 10.50% से 24% तक सालाना ब्याज वसूलते हैं।
टू-व्हीलर लोन
बैंक टू-व्हीलर खरीदने के लिए यह लोन देते हैं। दोपहिया वाहन ऋण की ब्याज दरें उनकी सुरक्षित प्रकृति के कारण पर्सनल लोन के मुकाबले कम होती हैं।
दोपहिया वाहन ऋण की मुख्य विशेषताएं
- लोन राशि: ऋणदाता आमतौर पर बाइक की लागत का 80% से 90% तक लोन देते हैं।
- ब्याज दरें: पर्सनल लोन के मुकाबले ब्याज की दरें कम होती है।
- पात्रता: बैंक टू-व्हीलर लोन देने से पहले पहले आपकी मासिक आय और रोजगार सुरक्षा के साथ-साथ आपका क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं।
दोनों में कौन लेना बेहतर?
विशेषज्ञों का कहना है कि जो लोग कम ब्याज दरों के साथ-साथ सिक्योर्ड लोन चाहते हैं, उन्हें टू-व्हीलर लोन लेना चाहिए। पर्सनल लोन लेने का लाभ इसकी लचीलापन में है क्योंकि यह आपको बाइक के अतिरिक्त या बीमा लागत या बाइक के मूल मूल्य से अधिक अन्य खर्चों के लिए अतिरिक्त धन प्राप्त करने की अनुमति देता है। वहीं, टू-व्हीलर लोन की रीपेमेंट अवधि अवधि कम होती है। दूसरी ओर पर्सनल लोन में भुगतान अवधि अधिक होती है। इसलिए लोने लेने से पहले व्यक्ति की प्राथमिकता सूची और अन्य विचारों के आधार पर, दोपहिया वाहन खरीदने के लिए व्यक्तिगत ऋण या दोपहिया ऋण लेना है या नहीं, यह काफी हद तक निर्भर करता है। सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, इन दोनों में से एक विकल्प चुनने के लिए पात्रता के आधार पर ब्याज दरों, शर्तों, शुल्कों और प्रतिबंधों की तुलना जरूर करें।