आंकड़ों के अनुसार एक से 23 अक्टूबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 15,642 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान ऋण या बांड बाजार में उन्होंने 2,107 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 17,749 करोड़ रुपये रहा। सितंबर में एफपीआई ने 3,419 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी।
एफपीआई ने इस अवधि के दौरान शेयर बाजार में 5,245 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि उन्होंने बांड बाजार से 4,159 करोड़ रुपये निकाले। इस तरह उन्होंने 1,086 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
एफपीआई ने एक से 25 सितंबर के दौरान शेयरों से शुद्ध रूप से 4,016 करोड़ रुपये निकाले। इस दौरान उन्होंने बांड मार्केट में 3,540 करोड़ रुपये का निवेश किया है। । एफपीआई ने जून से अगस्त के बीत लगातार तीन महीने बाजार से निवेश किया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर में अब तक भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 3,944 करोड़ रुपये डाले हैं।
एफपीआई ने एक सितंबर से 11 सितंबर के दौरान शेयर बाजार से शुद्ध रूप से 3,510 करोड़ रुपये की निकासी की जबकि बांड में 1,472 करोड़ रुपये निवेश किये।
इस साल अप्रैल से अब तक एफपीआई ने इक्विटी में 80,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इसमें आधे से ज्यादा निवेश अकेले अगस्त में हुआ है।
पिछले 3 महीनों से एफपीआई भारतीय बाजारों में बढ़ा रहे हैं निवेश
पांच माह बाद एफपीआई डेट या बांड बाजार में भी शुद्ध निवेशक रहे
कोरोना वायरस बीमारी के टीके की उम्मीद के बीच जुलाई में बढ़ा निवेश
26 जून तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों का शेयरों में 22,893 करोड़ रुपये निवेश
मार्च अप्रैल और मई के महीने में FPI ने बाजार से अपना निवेश निकाला था
एक से 12 जून के बीच FPI का शेयर बाजारों में 22,840 करोड़ रुपये निवेश
FPI ने स्टॉक मार्केट में करीब 21 हजार करोड़ की खरीद की
शेयर बाजार में निवेश बढ़ने से पैसे निकालने की रफ्तार घटी
पिछले दो महीने से घरेलू बाजारों से पैसा निकाल रहे हैं विदेशी निवेश
मार्च में FPI ने भारतीय पूंजी बाजारों से रिकॉर्ड 1.1 लाख करोड़ रुपये की निकासी की थी
मार्च में एफपीआई ने भारतीय बाजारों से कुल 1.1 लाख करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की थी
देश में कोरोनावायरस के बढ़ते मामले और विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों से कमजोरी कारोबारी रूझान के कारण घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव बना हुआ है।
मार्च के महीने में विदेशी निवेशकों ने कैपिटल मार्केट से रिकॉर्ड निकासी की थी
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने कोरोना वायरस से फैली महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका गहराने को लेकर मार्च महीने में अब तक घरेलू पूंजी बाजारों से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है।
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