राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के निवासी और यात्री इस खास फ्लाईओवर के बनने से यातायात समस्या के स्थायी समाधान पा सकेंगे। इससे उनके लिए आना-जाना आसान हो जाएगा।
गुरुग्राम की चमचमाती सड़कों पर अगर आप पार्टी करके लौट रहे हैं और शराब पीकर गाड़ी चलाने की सोच रहे हैं, तो सावधान हो जाइए। अब सिर्फ चालान भरने से बात नहीं बनेगी, बल्कि सीधे आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी सस्पेंड हो सकता है।
यह परियोजना गुरुग्राम की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और यात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
जिला प्रशासन का कहना है कि मौजूदा सर्किल रेट बाजार दरों से बहुत पीछे हैं। इससे स्टांप ड्यूटी में सरकार को कम राजस्व मिलता है। कई प्रॉपर्टी डील्स में कम मूल्य दिखाकर टैक्स चोरी की जाती है।
यह प्रोजेक्ट गुरुग्राम को पहली बार स्वतंत्र मेट्रो नेटवर्क प्रदान करेगा, जो शहर के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा।
गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड ने यह जबरदस्त बिक्री तब की है, जब आवासीय संपत्ति बाजार में कुल मिलाकर मांग में कमी आई है। जनवरी-मार्च में नौ प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री में 23 प्रतिशत की गिरावट आई है।
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कुल मिलाकर आवासीय संपत्तियों की बिक्री 63 प्रतिशत बढ़कर 1,53,000 करोड़ रुपये हो गई जबकि 2023 में यह 94,143 करोड़ रुपये थी।
इसके अलावा, डीसीसीडीएल ने गुरुग्राम में ‘डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया’ का निर्माण भी शुरू कर दिया है, जिसका कुल क्षेत्रफल 20 लाख वर्ग फुट है। अब तक 37 लाख वर्ग फुट क्षेत्र का निर्माण पूरा हो चुका है।
बीते साल एक शीर्ष कार्यकारी द्वारा डीएलएफ कैमेलियास में 16,290 वर्ग फुट के पेंटहाउस को ₹190 करोड़ में खरीदा। यह आश्चर्यजनक रूप से ₹1,80,000 प्रति वर्ग फुट के बराबर है।
दिल्ली-एनसीआर, खासकर गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में तेजी से हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ने ऐसे इलाकों को विकास के लिए खोला है, जो पहले कनेक्टिविटी की कमी के चलते पिछड़ गए थे।
डीएलएफ के प्रबंध निदेशक अशोक त्यागी ने बताया था कि कंपनी को गुरुग्राम में इस नई सुपर-लक्जरी परियोजना से वर्तमान ‘प्री-लॉन्च’ कीमत के आधार पर 26,000 करोड़ रुपये के रेवन्यू की उम्मीद है।
डीएलएफ प्रिवाना वेस्ट नाम के इस प्रोजेक्ट में फ्लैट खरीदने की होड़ सी लग गई और देखते ही देखते सभी फ्लैट बिक गए। यह नई परियोजना 12.57 एकड़ में फैली है जिसमें 795 फ्लैट हैं।
एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक प्रमुख शहरों में औसत किराया बढ़ गया है और किराया आय लगातार बढ़ रही है। आंकड़ों से पता चला कि जनवरी-मार्च 2024 के दौरान 4.45 प्रतिशत की किराया आय के साथ बेंगलुरु सूची में सबसे ऊपर है।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के जुटाए आंकड़ों के मुताबिक, 2013 और 2023 के बीच लगभग 53,000 आवास इकाइयां एक्सप्रेसवे के आसपास शुरू की गईं जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक इकाइयों की बिक्री पहले ही हो चुकी है।
गुरुग्राम का वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक हेल्थ सर्विस, प्रीमियम प्रॉपर्टी और उभरता माइक्रो मार्केट, अल्ट्रा हाई नेटवर्थ लोगों की पहली पसंद बनकर उभरा है। इसके चलते ग्रुरुग्राम में प्रीमियम प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ी है।
मध्यम वर्ग में बढ़ती समृद्धि के साथ, एक महत्वपूर्ण आबादी वर्ग ने बेहतर क्रय शक्ति और उच्च आकांक्षाएं विकसित की हैं। इन कारकों के कारण मिड रेसिडेंशियल सेगमेंट में मांग बढ़ रही है।
यशवी होम्स के प्रमोटर ने परियोजना की रेरा रजिस्ट्रेशन नंबर और वेबसाइट की डिटेल भी विज्ञापन में नहीं दिया था जबकि निर्धारित नियमों के तहत ऐसा करना जरूरी है।
प्रोजेक्ट को पेश करने से पहले के फेज में ही 72 घंटे में सारे अपार्टमेंट बिक गए हैं। आवासीय संपत्तियों की मजबूत मांग को देखते हुए कंपनियों के कारोबार में पंख लग गए हैं।
गुरुग्राम में संपत्ति की कीमतों में अभूतपूर्व 70 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि जिला प्रशासन ने वर्ष 2024 के लिए नए कलेक्टर रेट प्रस्तावित किए हैं। अधिकारियों ने कहा कि प्रस्तावित दरों पर लोगों से 7 दिसंबर तक आपत्तियां मांगी गई हैं।
नवरात्रि में प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ी है। दिल्ली-एनसीआर में इस बार महंगी प्रॉपर्टी की ज्यादा मांग देखने को मिल रही है। सबसे अधिक प्रीमियम प्रॉपर्टी की मांग गुरुग्राम में है। प्रॉपर्टी सेक्टर के जानकारों का कहना है कि बेहतर लाइफस्टाइल के चलते महंगी प्रॉपर्टी की मांग तेजी से बढ़ी है।
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