मई, 2022 में 16.82 लाख नए अंशधारक EPFO से जुड़े हैं। यह बताता है कि संगठित क्षेत्र में रोजगार बढ़े हैं।
नए लोगों की संख्या में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में शुद्ध रूप 7.62 लाख की बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट के अनुसार, आईटी, टेक्नोलॉजी, टेली कम्युनिकेशन और मीडिया जगत में बंपर नौकरियां निकलेंगी।
यशवंत ने बताया कि उनका चयन 30 लाख डॉलर के पैकेज में टेस्ला गीगा फैक्टरी में वरिष्ठ प्रबंधक के लिए बर्लिन जर्मनी में हुआ है।
टाटा मोटर्स के अध्यक्ष (यात्री वाहन और इलेक्ट्रिक वाहन) शैलेश चंद्रा ने कहा, हम इस साल खासतौर से जोरदार भर्ती करने जा रहे हैं।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में 88 लाख लोग देश के श्रमबल से जुड़े हैं।
मेट्रो सिटीज में मुंबई में भर्ती संबंधी गतिविधियां सर्वाधिक 63 प्रतिशत बढ़ी हैं। दिल्ली में 47 प्रतिशत, पुणे में 38 प्रतिशत, कोलकाता में 38 प्रतिशत, चेन्नई में 34 प्रतिशत और हैदराबाद में 32 प्रतिशत से अधिक बढ़ी हैं।
ये नौकरियां आईटी एवं संचार, थोक एवं खुदरा, सिविल एवं निर्माण कार्य जैसे विभिन्न उभरते क्षेत्रों से संबंधित हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 61 प्रतिशत उत्तरदाता बेहतर कार्य-जीवन संतुलन और खुशी के लिए कम वेतन स्वीकार करने या वेतन वृद्धि या पदोन्नति छोड़ने को तैयार हैं।
स्टार्टअप और नए जमाने के संगठन वेतनवृद्धि की अगुवाई करेंगे और इनके द्वारा औसतन 12 प्रतिशत वृद्धि किए जाने की उम्मीद है।
कारोबारी गतिविधियां सूचकांक मार्च में 53.6 पर पहुंच गया, फरवरी में यह 51.8 पर था जो दिसंबर के बाद से विस्तार की सबसे तेज दर दर्शाता है।
ये नियुक्तियां इंजीनियरिंग, उत्पाद, विश्लेषण, कारोबार विकास और बिक्री दल से जुड़े पदों पर की जएंगी।
रोजगार के कुल अवसरों में से 17 प्रतिशत बेहद कुशल और विशेषज्ञता वाले विशेषज्ञ कर्मचारियों या पेशवर कर्मियों के लिए उपलब्ध होंगे।
अप्रैल-जून तिमाही के लिए 55 फीसदी नियोक्ताओं का अनुमान है कि पेरोल बढ़ेगा, 17 फीसदी ने कहा कि इसमें कमी आएगी जबकि 36 फीसदी का अनुमान है कि इसमें कोई बदलाव नहीं होगा।
महामारी की चुनौतियों के बावजूद कंपनियों का नए लोगों की नियुक्ति का रुझान ऊपर की ओर है। इसमें 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सीएमआईई ने कहा कि जनवरी में शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.16 प्रतिशत रही जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 5.84 प्रतिशत दर्ज की गई।
इंडिया टीवी के साथ बजट पर Exclusive बातचीत करते हुए नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत ने कहा कि बजट में सबसे ज्यादा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहा है। महंगाई आउट ऑफ कंट्रोल नहीं है।
मॉन्स्टर रोजगार सूचकांक की एक रिपोर्ट के अनुसार यात्रा और पर्यटन उद्योग ने कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के बाद लगातार नई नौकरियों में बढ़ोतरी देखी है।
लिंक्डइन ने भारत में 1,111 पेशेवरों के साथ किये सर्वेक्षण में पाया कि कर्मचारी खराब कार्य-जीवन संतुलन, पर्याप्त वेतन नहीं होने या अपने पेशे को लेकर बड़ी महत्वाकांक्षाओं के कारण अपनी वर्तमान नौकरी छोड़ना चाहते हैं।
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