बैंक ऑफ बड़ौदा की बात करें तो ये सरकारी बैंक भी बचत खाते पर 2.75 प्रतिशत का ही ब्याज दे रहा है। देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक- एचडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों को 50 लाख रुपये तक के अमाउंट पर 3.00 प्रतिशत और 50 लाख रुपये से ज्यादा अमाउंट पर 3.50 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है।
सरकारी बैंक ने अपने प्रमुख एनआरआई पेशकशों में से एक बॉब प्रीमियम एनआरई (Non-Resident (External) Account) और एनआरओ (Non-Resident Ordinary) सेविंग्स अकाउंट में सुधार किया है, जिससे ग्राहकों को ज्यादा फायदेमंद बैंकिंग एक्सपीरियंस प्रदान करने के लिए इसकी सुविधाओं और लाभों को बढ़ाया गया है।
रूरल यानी ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के खातों के लिए मिनिमम बैलेंस की लिमिट 500 रुपये है। सेमी-अर्बन यानी अर्ध शहरी क्षेत्रों में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के खातों के लिए मिनिमम बैलेंस की लिमिट 1000 रुपये है।
हर महीने के आखिर में, बैंक यह कैलकुलेट करता है कि क्या आपने जरूरी एवरेज मिनिमम मंथली बैलेंस को पूरा किया है। ऐसा नहीं करने पर आपको बैंक को चार्ज या जुर्माना देना पड़ सकता है।
आमतौर पर, इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल किसी भी छोटे या बड़े अनियोजित बिल या पेमेंट के लिए किया जा सकता है जो आपके नियमित खर्च का हिस्सा नहीं होते हैं। सेविंग्स के बिना एक छोटा वित्तीय झटका भी व्यक्ति को पीछे की ओर धकेल देता है।
अगर आपके खाते में 10 करोड़ रुपये से ज्यादा हैं तो आपको सालाना 3.00 प्रतिशत का ब्याज दिया जाएगा। बताते चलें कि 15 अक्टूबर, 2022 से पहले एसबीआई सभी बचत खातों पर 2.70 प्रतिशत का ही ब्याज दे रहा था, चाहे आपके बैंक खाते में चाहें जितने पैसे हों।
बैंकों के आधार पर एवरेज मंथली बैलेंस अलग-अलग हो सकते हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के हिसाब से भी लिमिट तय किए होते हैं। अगर आप बैलेंस मेंटेन नहीं करते हैं तो आपको चार्ज देना होता है।
आरबीआई की रेपो रेट में बढ़ोतरी की घोषणा के बाद कोटक महिंद्रा बैंक और फेडरल बैंक ने अपने बचत खाते की ब्याज दरों में इजाफा किया है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए देश के 143 शाखाओं को ‘फिजिटल’ कर दिया है। SBI की ये शाखाएं अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं।
आज यानि 1 अक्टूबर से कई क्षेत्रों के नियम बदल गए हैं जिनका असर हमारी और आपकी रोजमर्रा की जिंदगी पर होने वाला है।
देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने दिवाली से पहले अपने खाताधारकों को बड़ा तोहफा दिया है। SBI ने बचत खातों में मासिक औसत बैलेंस की लिमिट को घटाया है।
इस साल की शुरुआत में Paytm ने अपने पेमेंट्स बैंक की घोषणा की थी और अब Paytm Payments Bank को ग्राहकों के लिए लाइव कर दिया गया है।
सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक ऑफ इंडिया भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की तर्ज पर बचत खातों के ब्याज दर में कटौती करने पर विचार कर रहा है।
निजी क्षेत्र के ICICI बैंक ने बचत खाते में 50 लाख रुपए से कम की जमा के लिए ब्याज दर आधा प्रतिशत घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दी है।
निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने बचत खाते पर मिलने वाली ब्याज दर में 0.50 फीसदी की कटौती कर 3.5 फीसदी कर दिया है।
ज्यादातर बैंक जहां जमा रकम पर 4 फीसदी ब्याज की पेशकश बचत खाते पर करते हैं वहीं लिक्विड फंड ने एक साल में औसत 6 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है।
देश के सबसे बड़े बैंक SBI के सेविंग्स अकाउंट होल्डर्स के लिए बुरी खबर है। SBI ने 1 करोड़ रुपए से कम के डिपॉजिट पर जमा दरों में आधी फीसदी की कटौती की है।
डिजिटल पेमेंट्स की सुविधा उपलब्ध कराने वाला प्लेटफॉर्म Paytm आज से अपने पेमेंट्स बैंक की शुरुआत करने जा रहा है।
CBDT ने यह स्पष्ट किया है कि 2 लाख रुपए से अधिक नगद लेनदेन पर लगा प्रतिबंध बैंक और पोस्ट ऑफिस बचत खाते से पैसा निकालने पर लागू नहीं होगा।
सेविंग्स अकाउंट से बेहतर रिटर्न देने वाले लिक्विड फंडों पर इंस्टैंट रिडेंप्शन की सुविधा मिल रही है। इसका उद्देश्य आपकी इमरजेंसी की जरूरतों को पूरा करना है।
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