यहां हम उन 5 म्यूचुअल फंड स्कीम्स के बारे में जानेंगे, जिन्होंने इस साल सबसे ज्यादा नुकसान कराया है। सबसे ज्यादा नुकसान कराने वाले म्यूचुअल फंड्स में मिड कैप, फ्लैक्सी कैप, ईएलएसएस समेत कई कैटेगरी के फंड्स शामिल हैं।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले 80% निवेशकों को नहीं पता है कि वह किस फंड में निवेश कर रहे हैं। उसका फंड मैनेजर कौन है? पूछेंगे तो बोलेंगे कि SIP कर रहे हैं।
मौजूदा बाजार की गिरावट से घबराएं नहीं। यह समय एसआईपी जारी रखने का है। बस सही फंड चुनें, एसेट्स को दोबारा बैलेंस करें और लंबी अवधि के लिए निवेश करें।
ACE MF के डेटा के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले टॉप 5 म्यूचुअल फंड्स में मोतीलाल ओसवाल के 3 फंड्स शामिल हैं। इन 5 MFs में 2 मिड कैप, 1 लार्ज, 1 फ्लैक्सी कैप और एक स्मॉल कैप फंड है।
सबसे ज्यादा गिरावट वाले म्यूचुअल फंड्स की लिस्ट में पांचवें स्थान पर एक ELSS फंड है। वित्त वर्ष 2024-25 में Samco ELSS Tax Saver Fund ने निवेशकों को 9.70 प्रतिशत का नेगेटिव रिटर्न दिया है।
शॉर्ट ड्यूरेशन म्यूचुअल फंड में निवेशक कम समय के लिए निवेश कर सकते हैं। यह एक ऐसी स्कीम होती है जो मूलरूप से डेट में निवेश करती है।
म्यूचुअल फंड में निवेश करना बहुत ही आसान है, लेकिन कई विकल्प उपलब्ध होने के कारण, एक आम निवेशकों के लिए सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
रिकॉर्ड तेजी के बाद अब म्यूचुअल फंड में सुस्ती देखने को मिल रही है। बाजार के उतार-चढ़ाव से परेशान निवेशक अपना पैसा निकाल रहे हैं। इससे निवेश में गिरावट आई है।
SIP Power: शेयर बाजार लंबी अवधि में ही तगड़ा रिटर्न देता है। इसलिए अगर आप सिप निवेशक हैं तो हमेशा लंबी अवधि के लक्ष्य के अनुसार ही निवेश करें।
यह डेटा दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट के प्रसिद्ध कोट की याद दिलाता है : "जब दूसरे डरे हुए हों तो लालची बनो और जब दूसरे लालची हों तो डरो।"
SIP calculator: फाइनेंशियल एक्सपर्ट का कहना है कि 250 रुपये की सिप कम कमाई वाले और युवा निवेशकों के लिए बेस्ट है। मौजूदा समय में 250 की बचत करना कोई बड़ी बात नहीं है।
एफडी निवेश के साधन हैं जबकि एसआईपी एक निवेश प्रक्रिया है। इन दोनों में निवेश को लेकर अपनी-अपनी जगह कुछ खास विशेषताएं और लाभ हैं।
जो निवेशक लंबे समय से एसआईपी में निवेश कर रहे हैं, उनके पोर्टफोलियो पर बहुत ज्यादा बुरा असर नहीं पड़ा है। आज हम आपको एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने सिर्फ 10,000 रुपये की एसआईपी को 25 साल में 5.31 करोड़ रुपये का फंड बना दिया।
फरवरी 2025 में लाल निशान में रहने वाले बाकी म्यूचुअल फंड्स ने निवेशकों को 0.15 प्रतिशत से लेकर 14.93 प्रतिशत तक का नेगेटिव रिटर्न दिया है। वहीं दूसरी ओर, फायदे में रहने वाले फंड्स ने फरवरी में अपने निवेशकों को 0.59 प्रतिशत से लेकर 27.41 प्रतिशत तक का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
आप फिक्स्ड रिटर्न (FD, RD, PPF) वाले इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट में निवेश कर न सिर्फ अपना पैसा सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि एक तय रिटर्न भी पा सकते हैं।
अपने एसआईपी प्लान में 8/4/3 नियम को शामिल करना एक तरह से सोने पर सुहागा है, जो आपको लंबे समय में चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति से लाभ उठाने में मदद कर सकता है।
म्यूचुअल फंड निवेशकों को बाजार में बड़ी गिरावट से भारी नुकसान हुआ है। हालांकि, कई ऐसे फंड हैं, जिसने इस टूटते बाजार में भी पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
जो निवेशक पिछले लंबे समय से एसआईपी में निवेश कर रहे हैं, उनके पोर्टफोलियो पर इसका बहुत खास असर नहीं पड़ा है। आज हम आपको एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने सिर्फ 10,000 रुपये की एसआईपी को 25 साल में 8.47 करोड़ रुपये का फंड बना दिया।
शेयर बाजार में पिछले कई महीनों से चल रही इस गिरावट की वजह से निवेशकों के स्टॉक पोर्टफोलियो के साथ-साथ उनका म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो भी नहस-नहस हो गया है। हालांकि, कुछ फंड्स ने इस ताबड़तोड़ गिरावट में भी निवेशकों के पोर्टफोलियो को काफी हद तक संभालकर रखे हुए हैं।
एसआईपी लंबी अवधि का निवेश प्लान है। इसलिए बिना तरीख का ख्याल रखें निवेश करते रहें। मोटा रिटर्न बनना तय है।
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