शेयर बाजार में बीते कई दिनों से गिरावट देखने को मिल रही है। इसके बावजूद, देश में रिटेल निवेशक बढ़-चढ़कर म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर रहे हैं। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 1.67 करोड़ नए SIP खाते खोले गए हैं।
एचडीएफसी के फ्लेक्सी कैप फंड ने अपने लॉन्च के बाद से अभी तक करीब 31 साल में 10,000 रुपये की एसआईपी को 21.50 करोड़ रुपये के भारी-भरकम फंड में तब्दील किया है।
SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान एक ऐसा तरीका है जिसमें आप हर महीने छोटी-छोटी राशि म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं। एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट एक पारंपरिक और सुरक्षित निवेश विकल्प है, जिसे बैंक और वित्तीय संस्थाएं प्रदान करती हैं।
लार्ज-कैप, हाइब्रिड, और बैलेंस्ड फंड्स बेहतर विकल्प हैं, क्योंकि ये इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करते हैं, जिससे जोखिम अपेक्षाकृत कम हो जाता है और स्थिर रिटर्न की संभावना बढ़ जाती है।
55वें साल की आर्थिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में यह फंड आपके बहुत काम आएगा। एसआईपी इन्हीं लक्ष्यों को पूरा करने में मददगार होता है।
भारतीय शेयर बाजार में मची उथल-पुथल के बीच ऐसे कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स हैं, जो अपने निवेशकों के पोर्टफोलियो को हरा-भरा बनाए हुए हैं।
शेयर बाजार ने इस साल निवेशकों को निराश किया है। इसके बावजूद सिप करने वाले निवेशकों का भरोसा बाजार पर कायम है। इसकी वजह, उन्हें पता है कि लंबी अवधि में तगड़ा रिटर्न मिलेगा।
म्युचूअल फंड में निवेश पर रिटर्न की कोई लिमिट नहीं है। फिर भी एक औसत रिटर्न 12 प्रतिशत मानकर हम कैलकुलेशन से रिटर्न को समझ सकते हैं। एसआईपी आपको करोड़पति बना सकता है।
मान लेते हैं कि हर साल महंगाई दर औसतन 6% है तो 30 साल बाद ₹1 करोड़ की वैल्यू लगभग 17.41 लाख के बराबर होगी।
एसआईपी में पैसा लगाने से पहले आपके लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि इसमें जितने लंबे समय के लिए निवेश करेंगे, आपको उतना ही ज्यादा फायदा होगा, क्योंकि कंपाउंडिंग का पूरा मजा लंबी से लंबी अवधि में ही मिलता है।
हाइब्रिड फंड एक अच्छा निवेश विकल्प है क्योंकि वे सभी श्रेणियों के निवेशकों के लिए "ऑल-वेदर" विकल्प के रूप में काम करते हैं।
वित्तीय योजनाकार का कहना है कि वेल्थ क्रिएशन के लिए बाजार में समय बिताना नहीं है, बल्कि अनुशासित और निरंतर बने रहना है। अवधि जितनी लंबी होगी और निवेश जितना ज्यादा होगा, रिटर्न उतना ही बड़ा होगा।
म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले फंड के बारे में जानकारी जरूर लें। इसके साथ ही आप कितना जोखिम ले सकत हैं, इसका आकलन करें। फिर फंड का चुनाव कर निवेश करें।
फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी कैप फंड की शुरुआत सितंबर 1994 को हुई थी। इस फंड ने बैंकों में 27.70 प्रतिशत, टेलीकॉम में 8.29 प्रतिशत, फार्मा और बायोटेक में 5.11 प्रतिशत और मैन्यूफैक्चरिंग में 4.20 प्रतिशत निवेश किया है।
अपनी लाइफ में आप जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, उतना बड़ा फंड तैयार कर पाएंगे। आप एसआईपी के जरिए हर महीने छोटी-छोटी रकम निवेश कर सकते हैं।
एसआईपी को जितने लंबे समय के लिए चलाया जाए, निवेशकों को उतना ही मोटा फायदा मिलता है।
अगर आप रेगुलर सैलरी पाने वाले कर्मचारी है, तो सिप के कई फायदे हैं। अगर आप एकमुश्त और सिप की तुलना रिटर्न के मामले में करें, तो लंबी अवधि में सिप ज्यादा बेहतर दिखेगा।
AMFI के सालाना डेटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में, निफ्टी टीआरआई में 6.7% की बढ़ोतरी हुई।
लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट के लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी को एक शानदार और प्रभावशाली इंवेस्टमेंट टूल माना जाता है।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों के बीच एग्रेसिव हाइब्रिड म्यूचुअल फंड तेजी से लोकप्रिय हुआ है। इसकी वजह इसमें मिलने वाला बेहतर रिटर्न है।
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