सहायता पाने वाले इन 100 देशों में दुनिया की 70 फीसदी आबादी
कोरोना संकट के बीच वर्ल्ड बैंक ने भारत के लिए पिटारा खोल दिया है। वर्ल्ड बैंक ने भारत के लिए 1 बिलियन डॉलर के सोशल प्रोटेक्शन पैकेज की घोषणा की है।
जब तक आभूषण उद्योग के कारीगर काम पर नहीं लौट आते और आपूर्ति श्रृंखला को जल्द से जल्द शुरू नहीं कर लिया जाता, तब तक आगे के हालात भी चुनौतीपूर्ण रहने की आशंका है।
कोरोना वायरस का प्रभाव दूसरी तिमाही में इससे भी बुरा होगा, क्योंकि लॉकडाउन मई तक बढ़ाया गया है और स्थितियां सामान्य होने में अभी और समय लगेगा।
WGC के मुताबिक पारदर्शिता के लिए डिजिटल लेन देन का बढ़ना बेहतर संकेत होगा
वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी और इसकी वजह से लॉकडाउन के परिणामस्वरूप रेमीटैंस में इस साल 20 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है।
इससे पहले IMF ने भी मौजूदा संकट को 1930 के बाद का सबसे गंभीर आर्थिक संकट माना है।
लॉकडाउन लंबा चला तो अर्थव्यवस्था की स्थिति और दबाव देखने को मिल सकता है
विश्व बैंक ने रविवार को आगाह किया कि इस जानलेवा कोरोना महामारी की वजह से दक्षिण एशिया गरीबी उन्मूलन में हुए लाभ को गंवा सकता है।
विश्व बैंक ने बीते गुरुवार को भारत को कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक अरब डॉलर की आपातकालीन वित्तीय सहायता के लिए मंजूरी दे दी।
विश्व बैंक का अनुमान है कि 1.1 करोड़ से अधिक संख्या में लोग गरीबी के दायरे में आ जाएंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने सभी देशों से महामारी को रोकने के लिए अधिकांश जनसंख्या का परीक्षण करने को कहा है, जबकि पाकिस्तान ने सुविधा और संसाधनों की कमी के चलते अभी तक इस रणनीति को नहीं अपनाया है।
वर्ल्ड बैंक ने 3 मार्च को घोषणा की थी कि वो विकासशील देशों को अपनी स्वास्यि सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए तुरंत 12 अरब डॉलर की सहायता उपलब्ध कराएगा
दुनिया के करीब 70 देश इस समय घातक कोरोना वायरस से प्रभावित है। विकसित देशों के मुकाबले इसका खतरा विकासशील देशों को अधिक है। इसे देखते हुए अब वर्ल्ड बैंक कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में आगे आया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर आई है। भारत दुनिया की पांच बड़ी अर्थव्यवस्था में शामिल हो गया है।
विश्वबैंक ने दुनिया के देशों से नए कोरोना वायरस के खिलाफ अपने कार्यक्रमों की रफ्तार तेज करने का आह्वान किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करते हुए बताया कि भारत अब दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।
साल 2019 के दौरान भारत में सोने की मांग में 9 फीसदी की गिरावट देखने मिली है
दुनियाभर में साइबर अपराध और डेटा चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच एक अध्ययन में दावा किया गया है कि इसकी एक बड़ी वजह पासवर्ड का चोरी हो जाना या कमजोर पासवर्ड होना है।
आईएमएफ के बाद अब वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भी भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को लेकर अपना अनुमान घटाते हुए बड़ा बयान दिया है।
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