राजस्थान के बीकानेर जिले में हनी ट्रैप का मामला सामने आया है। सीमा पार से देश की सुरक्षा एजेंसियों को लीक करने के लिए ये साजिश रची थी। बीकानेर में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले रेलवे कर्मचारी को राजस्थान इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पाकिस्तानी महिला एजेंट के संपर्क में था
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले आरोपी का नाम भवानी सिंह है। वह युवती के चक्कर में फंसकर हनी ट्रैप का शिकार हुआ था। पैसों के लालच में सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की महिला एजेंट से संपर्क में रहा था। सेना की गतिविधियों की संवेदनशील एवं गोपनीय सूचना निरंतर पाकिस्तान में दे रहा था।
ISI से दी जा रही थी मोटी रकम
इन सभी जानकारी के बदले भवानी सिंह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से पैसा ले रहा था। जांच में सामने आया कि भवानी सिंह को ISI की ओर से आर्थिक सहायता भी दी जा रही थी। सोशल मीडिया के माध्यम से वह लगातार पाकिस्तान के एजेंटों के संपर्क में था। भारतीय सेना से जुड़ी खुफिया जानकारियां भी पाकिस्तान के लोगों को साझा कर रहा था।
क्या है हनी ट्रैप?
हनी ट्रैप (Honey Trap) एक ऐसी रणनीति या तकनीक को कहते हैं, जिसमें किसी व्यक्ति को लुभाने, फंसाने या उससे गोपनीय जानकारी हासिल करने के लिए आकर्षण, प्रेम, या रोमांटिक संबंधों का इस्तेमाल किया जाता है। यह शब्द अंग्रेजी से लिया गया है, जहां 'हनी' (शहद) मिठास और आकर्षण का प्रतीक है। 'ट्रैप' (जाल) किसी को फंसाने का संकेत देता है।
हनी ट्रैप में ऐसे फंसते हैं लोग
इसका सबसे आम प्रयोग खुफिया एजेंसियों या जासूसों द्वारा किया जाता है। इसमें कोई आकर्षक व्यक्ति (अक्सर महिला) किसी अनजान शख्स से दोस्ती, प्रेम या शारीरिक संबंध बनाने की बात कहती है। इसके बदले वह संवेदनशील जानकारी निकालती है। आगे चलकर उसे ब्लैकमेल भी किया जाता है।