भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर खुद को बेहद भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें 'अद्भुत प्रतिभाशाली क्रिकेटरों' को कोचिंग देने और बातचीत करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के साथ सफर के दौरान उन्हें अपनी हर गलती से सीखने का मौका मिला, जिसका उपयोग टीम के बेहतरी के लिए किया गया।
टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और श्रीधर का कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद खत्म हो जायेगा। श्रीधर ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, "मुझे आश्चर्यजनक रूप से प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को कोचिंग देने, बातचीत करने और उनकी पूरी क्षमता का उपयोग करने में मदद करने का सौभाग्य मिला। मैंने इस दौरान ऐसे रिश्तों को बढ़ावा दिया और यादें बनायी, जिन्हें मैं जीवन भर के लिए संजो कर रखूंगा।"
हैदराबाद के बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर श्रीधर ने कहा कि उन्होंने वह काम पूरा किया, जिसे करने के लिए उन्होंने नियुक्त किया था। उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि मैंने अपना काम जुनून, ईमानदारी, प्रतिबद्धता और अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमताओं के साथ पूरा किया है। हां, कभी-कभार गलतियां भी हुई लेकिन हर गलती का इस्तेमाल टीम को बेहतर बनाने के लिये किया गया।"
श्रीधर ने अपने 'बॉस' मुख्य कोच शास्त्री के साथ-साथ उन सभी कप्तानों का भी शुक्रिया अदा किया जिनके साथ उन्होंने काम किया। उन्होंने लिखा, "मैं भारतीय क्रिकेट टीम के क्षेत्ररक्षण कोच के रूप में अपनी आखिरी जिम्मेदारी निभाने जा रहा हूं, मैं बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे 2014 से 2021 तक भारतीय क्रिकेट टीम की सेवा करने का मौका दिया।"
उन्होंने लिखा, "एक प्रेरक नेता और मेरे मेंटर की तरह काम करने वाले रवि शास्त्री को विशेष धन्यवाद, मैं उनका ऋणी रहूंगा। महेन्द्र सिंह धोनी और विराट कोहली का भी बहुत आभार, जिन्होंने मुझ पर भरोसा व्यक्त किया। मैं कार्यवाहक कप्तानों अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा के साथ सभी खिलाड़ियों, पूर्व कोच अनिल कुंबले, संजय बांगर, विक्रम राठौड़ और विशेष रूप से अनुभवी (गेंदबाजी) कोच भरत अरुण का आभार व्यक्त करना चाहूंगा। मैंने उनसे और अन्य सहयोगी सदस्यों से काफी कुछ सीखा है।"