बजट में समाज के हर तबके के लिए बहुत कुछ प्रावधान किया गया है। इसमें देश के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए जो प्रयास हुआ है और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव करने के लिए जिस प्रकार की कार्ययोजना बनाई गई है वह अभिनंदनीय है। यह बहुत महत्वपूर्ण और व्यवहारिक बजट है: योगी आदित्यनाथ
Budget 2021: बजट में क्या हुआ सस्ता क्या महंगा? कहां होगी जेब खाली कहां होगा लाभ!
केंद्रीय बजट 2021 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैशलेस इकोनॉमी की दिशा में एक महत्वपूर्ण घोषणा की । उन्होंने कहा कि डिजिटल पेमेंट के लिए 1500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है ।
निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि अब इस योजना में 1 करोड़ लाभार्थी जोड़े जाएंगे यानी अब करोड़ ज्यादा महिलाओं को इसका फायदा मिलेगा ।
वित्त मंत्री ने बताया कि डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन पर 20 हजार करोड़ खर्च किया जाएगा।
प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना में अगले 6 वर्षों में 64180 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए सभी राहत कदम 27.1 लाख करोड़ रुपये या जीडीपी के 13 प्रतिशत के बराबर हैं: वित्त मंत्री
इस बजट से उम्मीद की जा रही है कि इसमें महामारी से पीड़ित आम आदमी को राहत दी जायेगी। साथ ही स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे और रक्षा पर अधिक खर्च के माध्यम से आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान दिये जाने की भी उम्मीद की जा रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपने वादे का ‘अलग हटके’ बजट पेश करने वाली हैं। इस बजट से उम्मीद की जा रही है कि इसमें महामारी से पीड़ित आम आदमी को राहत दी जायेगी। साथ ही स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे और रक्षा पर अधिक खर्च के माध्यम से आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान दिये जाने की भी उम्मीद की जा रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज अपने वादे का ‘अलग हटके’ बजट पेश करने वाली हैं। इस बजट से उम्मीद की जा रही है कि इसमें महामारी से पीड़ित आम आदमी को राहत दी जायेगी। साथ ही स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे और रक्षा पर अधिक खर्च के माध्यम से आर्थिक सुधार को आगे बढ़ाने पर अधिक ध्यान दिये जाने की भी उम्मीद की जा रही है। यह
दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय पहुंचीं। वित्त मंत्री आज संसद में बजट पेश करेंगी
आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार की उम्मीदों वाला बजट पेश करने वाली हैं...आज के बजट से महामारी से जूझ रही देश की जनता राहत वाले ऐलान की उम्मीद लगाए बैठी है...आम हो या खास...हर कोई बड़ी उम्मीद से वित्त मंत्री के पिटारे की तरफ टकटकी लगाए बैठा है
बजट टीम के साथ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण | वह कल केंद्रीय बजट 2021-22 पेश करेगी।
करीब 23 घंटे बाद नए दशक का पहला मोदी का बजट आएगा...ये कहा जा रहा है कि ये अब तक का सबसे स्पेशल बजट होगा...बजट से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल की अपनी योजना के बारे में बात की....प्रधानमंत्री की इस योजना की शुरुआत बजट से होगी
कोविड-19 (COVID-19) महामारी ने जहां एक ओर पूरी दुनिया को लॉकडाउन की ओर धकेल दिया वहीं दूसरी ओर सरकारों व कंपनियों को काम करने के नए-नए तरीकों को अपनाने पर मजबूर किया। इसी कड़ी में अब देश में पहली बार ऐसा होगा जब हर साल पेश होने वाला आम बजट (Budget 2021) बिना छपे दस्तावेजों के पेश किया जाएगा।
कोविड-19 (COVID-19) महामारी ने जहां एक ओर पूरी दुनिया को लॉकडाउन की ओर धकेल दिया वहीं दूसरी ओर सरकारों व कंपनियों को काम करने के नए-नए तरीकों को अपनाने पर मजबूर किया। इसी कड़ी में अब देश में पहली बार ऐसा होगा जब हर साल पेश होने वाला आम बजट (Budget 2021) बिना छपे दस्तावेजों के पेश किया जाएगा।
ऐतिहासिक होगा इस बार का बजट, सोमवार को देखिए इंडिया टीवी पर दिनभर
सरकार ने बीते 6 वर्षों में बीज से लेकर बाज़ार तक हर व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन का प्रयास किया है, ताकि भारतीय कृषि आधुनिक भी बने और कृषि का विस्तार भी हो। मेरी सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को लागू करते हुए लागत से डेढ़ गुना MSP देने का फैसला भी किया था। मेरी सरकार आज न सिर्फ MSP पर रिकॉर्ड मात्रा में खरीद कर रही है बल्कि खरीद केंद्रों की संख्या को भी बढ़ा रही है। 2013-14 में जहां 42 लाख हेक्टेयर जमीन में ही माइक्रो-इरिगेशन की सुविधा थी, वहीं आज 56 लाख हेक्टेयर से ज्यादा अतिरिक्त जमीन को माइक्रो-इरिगेशन से जोड़ा जा चुका है। आज देश में खाद्यान्न उपलब्धता रिकॉर्ड स्तर पर है। वर्ष 2008-09 में जहां देश में 234 मिलियन टन खाद्यान्न की पैदावार हुई थी वहीं साल 2019-20 में देश की पैदावार बढ़कर 296 मिलियन टन तक पहुंच गयी है। इसी अवधि में सब्जी और फलों का उत्पादन भी 215 मिलियन टन से बढ़कर अब 320 मिलियन टन तक पहुंच गया है। मैं इसके लिए देश के किसानों का अभिनंदन करता हूँ।
बजट सत्र की शुरुआत से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस दशक का आज यह पहला सत्र प्रारंभ हो रहा है, भारत के उज्वल भविष्य के लिए यह दशक महत्वपूर्ण है और इसके लिए प्रारंभ से ही आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे उन सपनों को उन संकल्पों को तेज गति से सिद्ध करने का यह स्वर्णिम अवसर देश के पास आया है, इस दशक का भरपूर उपयोग हो, इसके लिए इस सत्र में इस पूरे दशक को ध्यान में रखते हुए चर्चाएं हो, सभी प्रकार के विचारों की प्रस्तुती हो और उत्तम मंथन से उत्तम अमृत प्राप्त हो यह देश की अपेक्षाएं हैं।
संसद के बजट सत्र के आरंभ होने से एक दिन पहले कांग्रेस, शिवसेना और तृणमूल कांग्रेस समेत देश के 18 विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए शुक्रवार को संसद में होने वाले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार का फैसला किया है।
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