पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात को चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के कुल 20 सैनिक शहीद हो गए। इस झड़प में चीन को भी काफी नुकसान हुआ है और उसके 43 सैनिक हताहत बताए जा रहे हैं।
खबर यह भी है कि दोनों तरफ से मौत के आंकड़े बढ़ सकते हैं और इस संघर्ष में कुछ भारतीय सैनिकों के लापता होने की खबर भी है।
सोमवार रात हुई दोनों सेनाओं की झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल और 2 सैनिक शहीद हो गए।
थलसेना अध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे ने शनिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख के विवाद पर भारत और चीन के बीच सैन्य वार्ता बहुत लाभदायक रही है और दोनों सेनाएं चरणद्ध तरीके से हट रही हैं जिसकी शुरुआत गलवान घाटी से हो रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गलवान घाटी समते तीन जगहों पर चीन के सैनिक अपने infantry combat vehicles के साथ 2.5 किलोमीटर पीछे हट गए हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा उन पर निशाना साधे जाने को लेकर मंगलवार को पलटवार करते हुए सवाल किया कि क्या चीन के सैनिकों ने लद्दाख में भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है।
आपको बता दें कि चीन की भारत के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा है जो 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश से जुड़ती है। चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी और पैंगोंग झील के इलाके में घुसपैठ की है जिसके चलते ताजा विवाद पैदा हुआ है।
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएएसी) के भीतर घुसपैठ के चलते पूर्वी लद्दाख में फिलहाल तनाव की स्थिति जारी है।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि चीन भी फिंगर इलाके में एक सड़क बना रहा है जो भारत को स्वीकार्य नहीं है। सूत्रों ने बताया कि चीन के आक्रामक रवैये का सामना करने के लिए भारतीय सेना ने भी पूर्वी लद्दाख में अपने सैनिकों, वाहनों और तोपों की संख्या बढ़ाई दी है।
भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच सीमा पर तनातनी की घटनाओं के कुछ ही दिन बाद भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह चीन के साथ लगने वाली सीमा पर शांति एवं स्थिरता बनाये रखने को प्रतिबद्ध है तथा सीमा को लेकर साझा समझ होने पर ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता था।
देश के सुदूर पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश में एक बार फिर चीनी सेना के घुसपैठ के संकेत मिले हैं।
चीन जब सबसे बड़ा परेड कर रहा था तब हांगकांग में सबसे हिंसक प्रदर्शनों में से एक नजर आया। हजारों लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों ने चीन के झंडे जलाये, स्वायत्तता, सार्वभौमिक मताधिकार, सभी लोगों को इस क्षेत्र की विधायिका के चुनाव में लड़ने की आजादी की मांग की।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन की बढ़ती सैन्य ताकत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह वामपंथी राष्ट्र दुनिया के लिए एक खतरा है। साथ ही उन्होंने अपने पूर्ववर्तियों पर अमेरिका की बौद्धिक संपदा चोरी करने से चीन को नहीं रोकने का भी दोष मढ़ा।
पूर्वी लद्दाख में पेंगोंग झील के तट पर बुधवार को भारत और चीन के सैनिकों के बीच धक्का-मुक्की हुई थी लेकिन सैन्य सूत्रों ने बताया कि अब इस मसले को बातचीत के जरिए सुलझा लिया गया है।
भारत ने हांगकांग जाने वाले अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है। हांगकांग में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा, ‘‘हांगकांग अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 12 अगस्त को हुए विरोध प्रदर्शन की वजह से सेवांए बुरी तरह से प्रभावित हैं।’’
चीनी केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष चांग यओश्या ने पेइचिंग में पाकिस्तान के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जुबैर महमूद हयात से मुलाकात की।
चीन ने एक बार फिर डोकलाम जैसी नापाक हरकत करने की कोशिश की है। लद्दाख के डेमचॉक सेक्टर में एसयूवी में भरकर चीनी सैनिक बॉर्डर पर पहुंच गए।
आर्मी के सूत्रों का कहना है कि चीनी सेना ने घुसपैठ नहीं की। सूत्रों ने बताया कि चीनी सैनिक नागरिक कपड़े में और एक नागरिक वाहन में आए और लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के दूसरी तरफ (चीनी के कब्जे वाले इलाके में) डेमचोक क्षेत्र में खुद को तैनात किया।
वार्ता में दोनों देश आपसी सैन्य आदान-प्रदान और संवाद को बढ़ाने पर राजी हो गए हैं।
भारतीय सेना और चीन की पीपुल लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने बुधवार को विश्वास और शांति को बढ़ावा देने के लिए सिक्किम सेक्टर के नाथूला में सीमा जवानों की एक विशेष बैठक आयोजित की।
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