केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, केरल में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 115 ताजा मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य में कोरोना वायरस के कुल सक्रिय मामले 1,749 हो गए हैं।
भारत में कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 मिला है जिससे लोगों में दहशत फैल रही है। ऐसे समय में महाराष्ट्र टास्कफोर्स के पूर्व सदस्य और रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल से जुड़े डॉक्टर राहुल पंडित ने कोरोना के इस वेरिएंट से जुड़ी कई अहम बातें बताई हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से लोगों के बीच खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। जैसे ही केंद्र सरकार कोरोना को लेकर गाइडलाइंस जारी करेगी, उसके बाद प्रदेश में भी कोरोना को लेकर सख्त दिशा निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।
कोविड 19 के नए वेरिएंट JN.1 के पहले मामले के सामने आने के बाद केंद्र सरकार अलर्ट हो चुकी है। केंद्र सरकार ने इस बीच राज्य सरकारों को अलर्ट जारी किया है। केंद्र ने अपील की है कि राज्य ज्यादा से ज्यादा निगरानी करे और आरटीपीसीआर टेस्ट को बढ़ाए।
Coronavirus एक बार फिर India में सर उठता नजर आ रहा है , जी हाँ आप सही सुन रहे हैं Corona के केस India में लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं। Central Health Ministry के अनुसार, India में रविवार को 335 नए Covid-19 Virus दर्ज किए गए, जिसके साथ active Cases की संख्या बढ़कर 1,701 हो गई है।
सिंगापुर में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है। 3 दिसंबर से 9 दिसंबर के बीच यहां कोरोना के 56 हजार मामले सामने आए हैं। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सलाह दी है कि वह भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
केरल में कोरोना के बढ़ते मामलों और मौत के बाद अब कर्नाटक सरकार ने भी लोगों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। कर्नाटक सरकार ने अब राज्य में मास्क को लेकर अहम दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
WHO ने सांस संबंधी बीमारियों को लेकर अलर्ट जारी किया है। वहीं कोरोना के नए वैरिएंट पर भी हिदायत दी है। डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरस अपना स्वरूप बदल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सदस्य देशों से अपील की है कि वह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी नियमों को लागू करें और कड़ी निगरानी करें।
साल 2019 में चीन से निकला कोविड-19 वायरस ने पूरी दुनिया को थाम दिया था। दुनियाभर में इससे संक्रमित होकर करोड़ों लोगों की मौत हुई थी। कई देशों की अर्थव्यवस्था तबाह हो गई थी और अब एक बार से इसका नया वैरिएंट सामने आने से लोगों की चिंता बढ़ गई है।
कोरोना के मामले दक्षिण पूर्व एशिया में फिर बढ़ने लगे हैं। दक्षिण पूर्वी एशियाई सरकारों ने मास्क और दूसरे नियम कड़े करना शुरू कर दिए हैं। सिंगापुर में के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी चिंता जताई है। कोरोना के नए वैरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है।
चीन के एक नए वायरस ने फिर दुनिया में हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है। इस नए वायरस ने अब यूरोप में दस्तक दे दी है। यह वायरस बच्चों पर खासतौर पर अटैक कर रहा है। अब तक नीरदलैंड, ब्रिटेन, डेनमार्क में यह दस्तक दे चुका है।
भविष्य बताने वाले कार्टून के बारे में जानते हैं आप? इस कार्टून में ऐसी कई चीजें दिखाई गई हैं जो बाद में सच साबित हुई हैं। इसे लेकर लोग आज भी हैरान हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है।
देश में कोरोना के मामले पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना के 88 नए मामले सामने आए हैं और देश में 396 कोरोना के मरीजों का इलाज चल रहा है।
गुजरात में हार्ट अटैक के 80 फीसदी मामले 11 से 25 आयु वर्ग वालों के थे। इन छात्रों और युवाओं में मोटापे की शिकायत भी नहीं थी। राज्य में 108 नंबर एम्बुलेंस सेवा को हृदय रोग संबंधित 173 कॉल प्रति दिन औसतन प्राप्त होती हैं।
अभी तक दुनिया को कोरोना के प्रकोप से मुक्ति नहीं मिली है, इससे पहले अब चीन ने विश्व के लोगों को एक और टेंशन दे दी है। चीन में तेजी से फैल रहा निमोनिया का वायरल पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं दुनिया के प्रमुख संगठन इसका सक्रमण बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं।।
अमेरिका में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा 10.95 करोड़ लोग संक्रमित हुए थे और 11.83 लाख लोगों की जान गई थी।
चीन में अचानक से एक रहस्यमयी बीमारी फेल गई है जिसके लक्षण निमोनिया जैसे हैं। यह बीमारी बच्चों को शिकार बना रही है। अब पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या यह निमोनिया है या कोविड का नया वेरिएंट। भारत सरकार इसे लेकर अलर्ट मोड में है।
Measles Death: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और CDC की ओर से जारी एक रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि खसरा के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। खासतौर से कोरोना महामारी के बाद दुनिया भर में खसरे के टीकाकरण में कमी आई है जिससे मौत का आंकड़ा 43 फीसदी तक बढ़ गया है।
डॉ. दिनेश राज ने युवा व्यक्तियों में, विशेष रूप से कोविड के बाद हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के बारे में चिंता जताई। उन्होंने महामारी और इस खतरनाक प्रवृत्ति के बीच एक संभावित संबंध का सुझाव दिया। डॉक्टर ने कहा कि तनावपूर्ण लाइफस्टाइल के कारण हाई ब्लड प्रेशर युवाओं में बढ़ रहा है।
दुनियाभर में तीन साल पहले कोविड-19 जैसी महामारी शुरू हुई। इस महामारी से करीब 70 लाख लोगों ने जान गंवा दी है। कई देशों में अभी भी लोग इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं। इस बीच, एक नई महामारी के दस्तक देने की बात कही जा रही है, जो कोविड-19 से सात गुना ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
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