राकेश टिकैत ने दावा किया कि कुछ लोग भाजपा के झंडे लेकर पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन स्थलों पर झगड़ा करने के लिए आ रहे हैं। पुलिस फोर्स भी बैठी रहती है, कहती कुछ नहीं है। आज ये लोग नारेबाजी करते हुए मंच के पास पहुंच गए और उन्होंने पत्थरबाजी भी की।
एक भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि वे अपने नेता का स्वागत करने के लिए खड़े हुए थे तभी वहां पर राकेश टिकैत अपने साथ अपने आदमियों को लेकर आए और उनके पास हथियार, लोहे के डंडे थे और आस पास की गाड़ियों को तोड़ दिया है।
गाजीपुर जिले में गंगा नदी में तैरते लकड़ी के बक्से से 21 दिन की बच्ची को बचाने वाले नाविक गुल्लू चौधरी को राज्य सरकार की ओर से एक नाव भेंट की जाएगी।
कृषि कानून के खिलाफ हो रहे किसान आंदोलन को 134 दिन हो चुके हैं और दिल्ली में धरना दे रहे किसानों की संख्या घटती जा रही है।
राजवीर सिंह जादौन ने बताया कि तैयार हो रहे इन टेंटों को ऊंचा कर नीचे एक पारदर्शी जाली लगाई जा रही है, जो मच्छरों से बचाएगी।
किसान आंदोलन का केंद्र बने गाजीपुर बाॉर्डर से राहत की खबर है। दिल्ली से गाजियाबाद जानेवाले रास्ते को खोल दिया गया है।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन चल रहा है, ऐसे में अभिनेत्री गुल पनाग रविवार को किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंची।
किसानों ने अब अपनी अगली रणनीति के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर लोगों तक अपनी बात पहुंचाने की रणनीति बनाई है।
आज दिनभर इस बात की चर्चा रही कि गाज़ीपुर बॉर्डर खाली हो गया है। वहां से किसान अपने घरों को लौट गए हैं। इस बात की जांच करने के लिए हमारे संवाददाता जतिन शर्मा गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे।
दिल्ली-उत्तरप्रदेश सीमा पर कड़ी सुरक्षा वाले प्रदर्शन स्थल गाजीपुर बॉर्डर पर सैकड़ों किसान सर्द रात और बृहस्पतिवार सुबह हुई बूंदाबांदी के बीच केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को लेकर डटे रहे।
दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर आज सुबह से ही हलचल देखी जा रही है। यहां पुलिसकर्मियों द्वारा की गई मल्टीलेयर बैरिकेडिंग के तहत सड़क पर लगाई गई नुकीली कीलों को हटा लिया गया है।
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, जिसके तहत दिल्ली पुलिस ने अपना कड़ा पहरा बिठा दिया है।
गाजीपुर बॉर्डर पर दोनों तरफ के रास्ते बंद कर दिए गए हैं, वहीं सिंघू और टीकरी बॉर्डर पर मोबाइल इंटरनेट सेवा भी फिलहाल रोक दी गई है।
राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी शुक्रवार सुबह दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। यहां वह भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से मिलने पहुंचे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को जगह खाली करने का अल्टिमेटम दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार रात तक गाजीपुर बॉर्डर खाली हो सकता है।
यदि आप नोएडा या गाजियाबाद में रहते हैं और रविवार को दिल्ली जाने का प्लान है तो दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की एडवाइजरी आप ही के लिए है।
उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में गठबंधन प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने अपने समर्थकों संग जमकर हंगामा किया है। अफजाल अंसारी ने आरोप लगाया है कि स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर रात को ईवीएम बदलने की कोशिश हुई जिसके बाद अफजाल अपने समर्थकों संग वहां पहुंच गए और डेरा जमा दिया।
इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार सिन्हा के खिलाफ गठबंधन की ओर से अफजाल अंसारी उम्मीदवार हैं। पूर्वांचल के बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल 2004 से 2009 तक यहां से सांसद रह चुके हैं।
पूर्वांचल की महत्वपूर्ण लोकसभा सीट गाजीपुर पर पिछले तीन दशक के चुनाव में कोई भी सांसद लगातार दूसरी बार जीत नहीं पाया और अब केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के सामने इस परिपाटी को तोड़ने की बड़ी चुनौती है।
मनोज सिन्हा ने कहा है कि अगर गाजीपुर में किसी अपराधी ने बीजेपी कार्यकर्ता को उंगली दिखाई तो उसकी उंगली 4 घंटे में तोड़ दी जाएगी, आंख दिखाई तो आंख भी सही सलामत नहीं बचेगी।
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