कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम में अनियमितता के आरोप लगाए थे। अब चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार, गलत और तथ्यहीन बताकर खारिज कर दिया है।
हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी अपनी जीत के दावे कर रही थी. राज्य की 90 सीटों के लिए पाँच अक्तूबर को वोट डाले गए थे. इन चुनावों में कांग्रेस के मुक़ाबले बीजेपी को कमज़ोर बताया जा रहा था.एग्ज़िट पोल में कांग्रेस को न केवल जीतते हुए दिखाया गया था बल्कि 90 सीटों की हरियाणा विधानसभा म
हरियाणा की इसराना विधानसभा सीट से जीते कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया है। वह इसराना से विधायक चुने जाने के बाद हरियाणा में नई पारी शुरू कर रहे हैं।
हरियाणा हारने के बाद राहुल गांधी को जिताने के लिए अब देश के अलग अलग मौलाना सर्वे कराने लगे हैं। किस-किस को टिकट देना है..किस कैंडिडेट को कहां से लड़वाना है..किस किस पार्टी से अलायंस करना है...सीट शेयरिंग कैसे करनी है..किन-किन वोट Banks को टारगेट करना है.
हरियाणा और जम्मू कश्मीर के चुनावी नतीजों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा है। पार्टी भले ही एनसी के गठबंधन में होने के चलते सरकार बना रही हो लेकिन पार्टी ने वहां भी केवल 6 सीटें ही जीती हैं। पार्टी ने राज्य में 37 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अप्रत्याशित हार को पचा नहीं पा रही... जिसके बाद अपने स्तर पर इसके कारणों की पड़ताल शुरू कर दी है..। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में हार की समीक्षा के लिए बैठकों का दौर शुरु है
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता मनोज सिंह ने हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार पर उसे नसीहत दी है और कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी पिछली गलतियों को नहीं दोहराएगी।
हरियाणा विधानसभा चुनावों में शानदार सफलता हासिल करने के बाद अब बीजेपी सूबे में अपनी नई सरकार के गन की तैयारियां कर रही है। माना जा रहा है कि हरियाणा की नई सरकार दशहरा के बाद शपथ ले सकती है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोग उन्हें अपने कंधे पर बिठा रहे हैं और वे अपने आंसू पोछते नजर आ रहे हैं। इसे चुनाव नतीजों से जोड़कर दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद दीपेंद्र हुड्डा रो पड़े थे।
हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस के अपने नेता भी कह रहे हैं कि कांग्रेस को बीजेपी ने नहीं, कांग्रेस को कांग्रेस ने ही हराया है. लेकिन कांग्रेस हाईकमान के नेता अपनी हार के लिए EVM को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. कांग्रेस को सहयोगी दल क्या समझाना चाहते हैं,और कांग्रेस के नेता इसे समझना क्यों नहीं चाहते। इस
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम भी हरियाणा के जैसे ही आएंगे।
शिवसेना UBT की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजों पर बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र में होने जा रहे चुनाव पर इसका कोई असर नहीं होगा क्योंकि दोनों ही सूबों के मुद्दे अलग हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस पार्टी में कलह खुलकर बाहर आ गई है। पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने हुड्डा को कांग्रेस की हार का जिम्मेदार बताया है।
हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार मिली है। वहीं, अब AAP ने भी कांग्रेस को झटका दिया है और दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है।
हरियाणा चुनाव के नतीजे को लेकर बीजेपी गदगद तो है ही, इस बीच दो निर्दलीय विधायक ने साथ देकर उनकी खुशियों में चार चांद लगा दिया है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार पर AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है। ओवैसी ने ईवीएम पर लग रहे आरोपों पर भी बयान दिया है।
हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे कल यानी 8 अक्तूबर को घोषित हुए। नतीजों के सामने आने के बाद स्पष्ट हो गया कि हरियाणा में भाजपा ने अकेले ही बहुमत हासिल कर लिया है। अब हरियाणा के तीनों निर्दलीय विधायक भाजपा का समर्थन कर सकते हैं।
1. हरियाणा में बीजेपी की जीत पर गदगद पीएम मोदी, कहा- हरियाणा में सुशासन की राजनीति की जीत हुई...हरियाणा के लोगों ने 'कमल-कमल' कर दिया 2. पीएम मोदी ने कहा- हरियाणा में झूठ की घुट्टी पर विकास की गारंटी की जीत हुई
हरियाणा में बीजेपी ने नायब सिंह सैनी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा और बंपर जीत के बाद अब सैनी को ही हरियाणा की कमान फिर से दी जा सकती है। सरकार गठन को लेकर हो रही हलचल के बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी आज दिल्ली में हैं और उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की।
इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे काफी चौंकाने वाले रहे। हरियाणा के दंगल में कई ऐसी सीटें हैं, जहां बड़े चेहरे को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा, सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है।
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