एचआईवी मरीजों में तंबाकू के सूंघने, चबाने या धूम्रपान में इस्तेमाल से मौत का खतरा दोगुना हो जाता है। शोध में यह भी कहा गया है कि दुनिया भर में धूम्रपान को रोकने के लिए किए जा रहे उपायों से एचआईवी पाजिटिव धूम्रपानकर्ताओं में कोई अंतर नहीं नजर आया है।
NPPA ने और 30 दवाओं (फार्मूलेशन) का अधिकतम खुदरा दाम तय किया है। इन दवाओं का इस्तेमाल हेपेटाइटिस, हृदय रोग, संक्रमण, बुखार और दर्द के इलाज के लिए होता है।
आपको बता दें कि दुनिया में एड्स बहुत ही तेजी से फैल रहा है। इस खतरनाक बीमारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में एशिया प्रशांत महासागर के 10 देश हैं जिनमें चीन और पाकिस्तान के साथ भारत भी शामिल है। हाल ही में जारी हुई संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट..
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