शीर्ष अदालत ने आठ अक्टूबर को लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार के आरोपियों को गिरफ्तार ना करने के कदम पर सवाल उठाए थे और साक्ष्यों को संरक्षित रखने का निर्देश दिया था।
पुलिस ने कुछ मोबाइल नंबर जारी किए हैं, जिन पर कॉल करके जारी की गई तस्वीरों में मौजूद संदिग्धों की जानकारी पुलिस को दी जा सकती है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में वांछित चल रहे चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम सुमित जायसवाल, शिशुपाल, नंदन सिंह बिष्ट और सत्य प्रकाश त्रिपाठी हैं। लखीमपुर खीरी पुलिस और क्राइम ब्रांच की SWAR टीम ने इन्हें गिरफ्तार किया है।
टिकैत ने कहा कि पूरी दुनिया यह समझती है कि गृह राज्य मंत्री पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120-ब (साजिश रचने) के तहत मामला दर्ज हो चुका है।
लखीमपुर खीरी कांड में दो और गिरफ्तारियां की गई हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम- अंकित दास और लतीफ उर्फ काले है। कोर्ट ने दोनों को तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पद से अजय कुमार मिश्रा ‘टेनी’ को बर्खास्त किया जाए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके।
कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल थीं।
मायावती ने अपने ट्वीट में पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और गुजरात के नेता जिग्नेश मेवाणी पर भी इशारों में निशाना साधा।
कुछ होर्डिंग पर दसमेश सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष सतपाल सिंह मीत का नाम लिखा हुआ है और कुछ के ऊपर सरदार परमिंदर सिंह का नाम है। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक समाज के पदाधिकारियों ने ये होर्डिंग लगाए हैं।
लखीमपुर खीरी कांड और किसानों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
अमित मालवीय ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना बहुत दुखद है, लेकिन इस घटना के पीछे मूल क्या है? कुछ लोग किसानों के नाम पर आंदोलन कर रहे हैं और वो अराजक तत्व जिस प्रकार से आंदोलन कर रहे हैं, किसी भी लोकतांत्रिक देश में उस प्रकार के आंदोलन नहीं देखे गए।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की पुलिस रिमांड को लेकर सोमवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। तकनीकी खामी की वजह से सुनवाई को एक बार रोकना पड़ा था, हालांकि, बाद में सुनवाई फिर से शुरू की गई और अब कोर्ट ने आशीष की रिमांड पर फैसला सुरक्षित रखा है।
शिवसैनिकों की गुंडई की तस्वीरें कैमरे में कैद हो गई हैं। मुंबई के कई इलाकों में शिवसैनिक ऑटो चालकों को लाठी से पिटते नजर आए जबकि कई जगहों पर शिवसैनिक थप्पड़ मारते नजर आए।
सत्तारूढ़ गठबंधन के तीन सहयोगियों शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस ने लोगों से अपील की है कि वे किसानों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए बंद का पूरा समर्थन करें। यह बंद रविवार आधी रात से शुरू हुआ।
महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल तीनों पार्टियों शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने महाराष्ट्र बंद का समर्थन किया है। बंद को लेकर महाराष्ट्र के सभी शहरों में पोस्टर लगाए गए हैं और लोगों से प्रधदर्शनकारी किसानों का समर्थन करने की अपील की गई है।
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा को लेकर आज महाराष्ट्र बंद रहेगा। इस बंद को महा विकास अघाड़ी सरकार ने भी अपना समर्थन दिया है।
लखीमपुर की घटना पर बोलते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गाड़ी से 5 लोगों की हत्या हो जाती है और वे खुद कह रहे हैं कि उनकी गाड़ी थी, लेकिन फिर भी पीएम मोदी अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से क्यों नहीं हटा रहे हैं?
उत्तर प्रदेश का दौरा कर रहे संजय सिंह ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘जब तक अजय मिश्रा गृह राज्य मंत्री बने रहेंगे, तब तक इस मामले में न्याय नहीं हो सकता।’’
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के आरोपी आशीष मिश्रा को 21 नंबर बैरक में जिला जेल प्रशासन के द्वारा रखा गया। 21 नंबर बैरक दरअसल क्वारंटीन बैरक है। जेल नियम के अनुसार जो भी नया कैदी आता है तो उसे सबसे पहले 14 दिन के लिए उसे क्वारंटीन बैरक में रखा जाता है।
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