ओएनजीसी इस प्रोजेक्ट में निवेश करेगी जबकि बीपी डिजाइन, स्थान के चयन और भू-वैज्ञानिक विश्लेषण जैसी विशेषज्ञता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओएनजीसी ने गैस के रिसाव को रोकने के लिए पहले ही दो आपात उपाय किए हैं लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
इस क्षेत्र से 70 परिवारों को निकटवर्ती बनगांव में स्थापित राहत शिविर में स्थानांतरित कर दिया गया है तथा उनकी सुविधा और खुशहाली सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं।
ओएनजीसी और ऑयल इंडिया जैसे अपस्ट्रीम ऑयल प्रोड्यूसर्स को कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से फायदा हो रहा है। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में यह वृद्धि से कई दूसरी कंपनियों के लिए अनुकूल नहीं होगी।
बलिया जिले के सागरपाली गांव के पास कच्चे तेल के भंडार की खोज की गई है और ONGC ने खोजबीन के प्रयास शुरू कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, कच्चे तेल का भंडार जमीन के 3,000 मीटर की गहराई पर है।
बीपी फील्ड के मौजूदा प्रोडक्शन में गिरावट को स्थिर करने और इसे एक ताकतवर विकास के रास्ते पर दोबारा लाने के लिए ओएनजीसी के साथ मिलकर काम करेगी। ओएनजीसी ने पिछले महीने कहा था कि बीपी के साथ हुई डील से तेल और गैस उत्पादन में होने वाली बढ़ोतरी से 10.3 अरब अमेरिकी डॉलर का राजस्व लाभ होगा।
ONGC में जियोलॉजिस्ट समेत कई पदों पर भर्ती के लिए एप्लीकेशन प्रोसेस चल रहा है। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं।
नौकरी की खोज कर रहे उम्मीदवारों के लिए एक शानदार खबर है। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड में AEE और जियोफिजिसिस्ट पदों पर भर्ती निकली है। इन पदों पर सिलेक्शन कैसे होगा? इस खबर के जरिए आइए इस प्रश्न के उत्तर को जानते हैं।
निविदा में छोटे-एलएनजी प्लांट स्थापित करने के लिए आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में दो और गुजरात के अंकलेश्वर को चिन्हित किया गया है। इसके अलावा झारखंड के बोकारो और गुजरात के कैम्बे में एक-एक स्थान की पहचान की गयी है।
ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड में विभिन्न अपरेंटिस पदों पर भर्ती निकली है। इन पदों पर सिलेक्ट होने के बाद कितनी सैलरी मिलेगी? इस विवरण समेत उम्मीदवार नीचे खबर में सभी अहम जानकारी से अवगत हो सकते हैं।
24 अगस्त, 2024 को ओएनजीसी ने ब्लॉक केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 संकुल-2 परिसंपत्ति में अपने पांचवें तेल कुएं से उत्पादन शुरू करके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है।
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में टीसीएस सबसे ज्यादा 1.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। इंडसइंड बैंक के शेयर 1.15 प्रतिशत, अल्ट्राटेक सीमेंट 0.88 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.63 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.57 प्रतिशत, इंफोसिस 0.52 प्रतिशत की बढ़त के साथ ट्रेडिंग कर रहे थे।
अधिक अन्वेषण लागत को बट्टे खाते में डालने की वजह से ओएनजीसी के मुनाफे में गिरावट आई है। ओएनजीसी ने चालू वित्त वर्ष में अब तक कुल पांच तेल और गैस ठिकानों की खोज की है।
ओएनजीसी 2030 तक पांच गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता, ग्रीन हाइड्रोजन, बायोगैस, पंप स्टोरेज संयंत्र और अपतटीय पवन परियोजना स्थापित करने के लिए 97,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
सरकार को मार्च में ओएनजीसी (2,964 करोड़ रुपये), कोल इंडिया (2,043 करोड़ रुपये), पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (2,149 करोड़ रुपये), एनएमडीसी (1,024 करोड़ रुपये), एचएएल (1,054 करोड़ रुपये) और गेल (1,863 करोड़ रुपये) से अच्छी लाभांश राशि की किस्तें प्राप्त हुईं।
शापूरजी पालोनजी के फ्लोटिंग प्रोडक्शन और स्टोरेज ऑफलोडिंग आर्मडा स्टर्लिंग वी का उपयोग ओएनजीसी परियोजना से तेल का उत्पादन करने के लिए किया जाता है। शापूरजी पल्लोनजी ने कहा कि एफपीएसओ ने 27 फरवरी को स्वर्ण सिंधु पर कच्चे तेल की अनलोडिंग की थी।
सार्वजनिक क्षेत्र की छह कंपनियों ने शेयर बाजार को अलग-अलग दी सूचना में कहा कि उन पर तीसरी तिमाही के लिए 5,42,800 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
मुंबई हाई फील्ड (पहले बॉम्बे हाई फील्ड) भारत के पश्चिमी तट से अरब सागर में लगभग 160 किलोमीटर दूर स्थित है। इसकी खोज फरवरी 1974 में रूसी और भारतीय टीम ने की थी।
लंबे इंतजार के बाद कंपनी ने केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 ब्लॉक में क्लस्टर-2 प्रोजेक्ट से प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। ओएनजीसी का कहना है कि वह इस प्रोजेक्ट से धीरे-धीरे उत्पादन में बढ़ोतरी करेगी।
ONGC की ओर से बीपीसीएल और एचपीसीएल के साथ 45 लाख बैरल कच्चे तेल की खरीद के लिए करार किया है। इसके तहत कच्चा तेल एक प्रतिशत प्रीमियम पर बेचा जाएगा।
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