भारत-रूस के बहुत ही पारंपरिक संबंध हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत हमेशा इसे शांति से बातचीत के जरिये समाधान खोजने के पक्ष में रहा है। इस बीच पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से वैश्विक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। ऐसे में रूस ने भारत के एनएसए अजीत डोभाल से फोन पर बात की है। रूस ने अपने ताजा घटनाक्रमों से अवगत कराया है।
20 जून को अमेरिका और उसके बाद मिस्र के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देर रात वापस लौट आए, जहां एयरपोर्ट पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई नेताओं ने उनका स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कविता सुनकर वहां मौजूद सभी लोग तालियां बजाने लगे। तालियों का यह सिलसिला मोदी के पूरे भाषण के दौरान चलता रहा।
अमेरिकी गायक मैरी मिलबेन ने कहा कि प्रधानमंत्री का यहां आना और उनके दौरे के अंतिम कार्यक्रम के समापन समारोह में हिस्सा लेना मेरे लिए बेहद ही गर्व की बात है।
प्रधानमंत्री अमेरिका का राजकीय दौरा खत्म करके मिस्र की राजधानी काहिरा के लिए रवाना हो गए। वे मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के निमंत्रण पर मिस्र जा रहे हैं।
वॉशिंगटन के रोनाल्ड रीगन में भारतीय मूल को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अमेरिकी साझेदारी सिर्फ व्यापार के लिए नहीं है। यह 21वीं सदी की दुनिया की बेहतरी के लिए है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेज रफ्तार से आगे बढ़ रही है।
वॉशिंगटन के कैनेडी सेंटर में जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गूगल, अमेजन समेत कई कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की। इस दौरान उन्हें भारत में इन्वेस्टमेंट के लिए आमंत्रित किया। अमेरिका के विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि भारत-अमेरिका के संबंध काफी गहरे हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने वाशिंगटन के कैनेडी सेंटर में यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम को जोरदार तरीके से संबोधित करने के बाद वह अब रोनाल्ड रीगन सेंटर में भारतीयों को संबोधित करने जा रहे हैं।
वॉशिंगटन के कैनेडी सेंटर में पीएम मोदी ने अमेरिकी-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम को संबोधित करने के दौरान नए भारत की ताकत का एहसास कराया। उन्होंने कहा- भारत जब-जब मजबूत हुआ, तब-तब दुनिया मजबूत हुई है। भारत दुनिया का मददगार है। भारत ने अमेरिका के लिए संभावनाओं के द्वार खोल दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एआइ वाला बयान पूरी दुनिया में चर्चा में है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी पीएम मोदी के इस बयान के मुरीद हो गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आजकल दो एआइ की चर्चा है। एक आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस और दूसरी एआइ मतलब अमेरिका और इंडिया। एआइ ही दुनिया का भविष्य है। बाइडेन ने इसके लिए मोदी को टी-शर्ट।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रवार को अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने लंच के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने इसके लिए आभार जताने के साथ कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते 9 वर्षों में बहुत बदल चुके हैं। अमेरिका अब भारत का स्ट्रैटेजिक पार्टनर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज अमेरिका दौरे का आखिरी दिन है। वह थोड़ी देर में रोनाल्ड रीगन में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका कैनेडी सेंटर में यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम को संबोधित किया।
30 साल पहले का भारत अब बहुत बदल चुका है। अब हिंदुस्तान का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया के मानस पटल पर छाया है। आज अमेरिका जैसे देश भी भारत से दोस्ती को बेताब हैं। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा ने दुनिया को देश की ताकत का एहसास कराया है।
एक तारीख का इंतज़ार था, वो तारीख आ गई. एक मीटिंग का इंतज़ार था. वो मीटिंग भी हो गई. 15 दलों के नेताओं की बात भी हो गई. केजरीवाल दिल्ली से पटना पहुंचे. अखिलेश यादव लखनऊ से पहुंचे. ममता बनर्जी कोलकाता से आईं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडन द्वारा दिए गए डिनर भोज में कारोबार, फिल्म, राजनीतिक जगत की कई हस्तियां शामिल हुईं।
स्टेट डिनर में जो मेहमानों की लिस्ट बनी, उसमें भारत के अरबपति मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी, महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा, मशहूर फिल्मकार एम. नाइट श्यामलन, गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई सहित कई दिग्गज हस्तियां मौजूद थीं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ जब पीएम नरेंद्र मोदी की संयुक्त प्रेस वार्ता हुई तो एक विदेशी पत्रकार ने भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर सवाल पूछ लिया। इस पर पीएम मोदी ने करारा जवाब दिया।
अमेरिकी दौरे के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय-अमेरिकी लोगों ने अमेरिका में बहुत लंबी यात्रा तय की है। भारतीय मूल्यों, भारत के लोकतांत्रिक परंपराओं और हमारी संस्कृति के गौरव से भरे हुए इन लोगों को अमेरिका में निरंतर मान-सम्मान मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ कई सवालों के जवाब दिए। इसी दौरान उन्होंने आतंकवाद को लेकर कुछ ऐसा कहा, जिससे दोनों पड़ोसी तिलमिला सकते हैं।
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