अमेरिका ने एक बार फिर चीन को कड़ा संदेश दे दिया है। दक्षिण चीन सागर में चीन की चालबाजियों का जवाब देने के लिए अमेरिका तैयार है। रष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कहा है कि अमेरिका फिलीपींस की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
चीनी तटरक्षक जहाजों ने एक बार फिर फिलीपीन की एक नाव को निशाना बनाया है। मामला विवादित दक्षिण चीन सागर तट के पास का है। फिलीपीन ने इस घटना को लेकर कहा है कि चीन अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहा है।
चीनी कोस्टगार्ड्स ने फिलिपींस के जहाजों को रोका है। इस दौरान मामूली भिड़ंत की भी खबर है। इस कारण फिलीपींस के जहाज को मामूली नुकसान पहुंचा है।
भारत और अमेरिका की दोस्ती अब हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दक्षिण चीन सागर में समुद्री सुरक्षा को लेकर नई रणनीति पर आगे बढ़ रही है। अमेरिका ने इन क्षेत्रों में चीन की दादागिरी खत्म करने के लिए भारतीय सेना का आधुनिकीकरण शुरू कर दिया है। अमेरिका ने कहा है कि चीन के आक्रामक रवैये को कम करने के लिए भारतीय सेना को मजबूत कर रहे।
दक्षिण चीन सागर में चीन अपनी दादागिरी से बाज नहीं आ रहा है। बौखलाहट में चीनी जहाज ने फिलिपींस के जहाज पर पानी की बौछार तक कर डाली। चीनी जहाज की टक्कर से फिलिपींस के जहाज के इंजन को काफी गंभीर क्षति पहुंची है।
दक्षिण चीन क्षेत्र में चादरों से बनी एक इमारत अचानक धराशाई हो गई। इसमें दबकर 6 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अवैध कार्यशाला होने की वजह से मानकों की अनदेखी की गई थी। ऐसे में आशंका है कि निर्माण में लापरवाही बरते जाने से यह हादसा हुआ है।
फिलिपींस के सपोर्ट में अमेरिकी जहाज दक्षिण चीन सागर में प्रविष्ठ हुआ है। यह आरोप चीन ने लगाया है। चीन इस सागर में छोटे देशों पर रौब झाड़ता है और जब अमेरिकी जहाज सागर में आता है, तो सिर्फ मनमसोस कर आरोप लगाता है।
दक्षिण चीन सागर में चीनी लड़ाकू विमान अमेरिकी बमवर्षक के करीब आ गया। दोनों विमानों की टक्कर होते होते रह गई। अमेरिकी सेना ने यह जानकारी दी है।
दक्षिण चीन सागर में चीन अपनी दादागिरी से इलाके छोटे देशों पर अपना रौब जमाता है। फिलिपींस ने दावा किया कि चीन के जहाज ने जानबूझकर उनकी नौका को टक्कर मार दी। इस पर चीन ने अपना पक्ष रखा है। उधर, इस मामले में अमेरिका भी कूद गया है। अमेरिका ने भी बड़ा बयान दिया है।
वर्ष 2022 के आगाज से ही दुनिया जंग के मुहाने पर खड़ी है। पहले आर्मीनिया-अजरबैजान में जंग हुई। फिर रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ। अब इजरायल और हमास में भीषण जंग चल रही है। इस बीच चीन और फिलीपींस की सेना में भिड़ंत की बात सामने आ रही है। फिलीपींस के अनुसार चीनी तटरक्षकों ने दक्षिण चीन सागर में जानबूझकर जंग छेड़ दी।
दक्षिण चीन सागर में विवादित स्थल पर चीन द्वारा लगाए गए अवरोधकों को फिलीपींस के तटरक्षकों ने हटा दिया है। साथ ही फिलीपींस के राष्ट्रपति ने चीन को लेकर बड़ा बयान भी दिया है। जानिए अपने बयान में उन्होंने क्या कहा?
दक्षिण चीन सागर में अपनी अकड़ कम नहीं कर रहा है। यहां एक विवादित क्षेत्र में फ्लोटिंग बैरियर लगा दिया है। इसका मकसद समुद्री इलाके पर कब्जा करना और फिलीपींस की नौकाओं को उस क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकना है।
साउथ चाइना सी के किसी भी इलाके पर अमेरिका का कोई दावा नहीं है। इसके बावजूद अमेरिका इस इलाके में ड्रिल करता रहा है। अमेरिका का कहना है कि वो ऐसा कर दूसरे देशों खासकर जापान और फिलिपींस की मदद कर रहा है।
दक्षिण चीन सागर में चीन फिर दादागिरी दिखा रहा है। इस बार सैटेलाइट तस्वीरों से जो खुलासा हुआ है, उसने सबके होश उड़ा दिए हैं। दरअसल चीन दक्षिण चीन सागर के विवादित द्वीप पर हवाई पट्टी का निर्माण करने में जुटा है। इसकी लंबाई 600 मीटर से अधिक बताई जा रही है। रिपोर्ट ने दुनिया के तमाम देशों में खलबली मचा दी है।
दक्षिण चीन सागर में अपनी दादागिरी के लिए जाना जाने वाला चीन समुद्र में फिलीपींस से भिड़ गया है। दरअसल चीनी तटरक्षकों ने फिलीपींस के कब्जे वाले इलाके में जा रही उसकी नौका और सैनिकों को रोक दिया। चीनी तटरक्षकों ने उन पर वाटर कैनन से बौछार कर दिया। फिलीपींस और अमेरिका ने इसका कड़ा विरोध किया है।
फिलीपींस के विदेश मंत्री का भारत दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है, जब अभी कुछ दिन पहले ही हिंदुस्तान ने चीन के दुश्मन वियतनाम को अपनी तरफ से एक युद्ध पोत समुद्री सुरक्षा के लिए से गिफ्ट में दिया है। अब फिलीपींस के साथ भी समुद्र, रक्षा और नौवहन को लेकर द्विपक्षीय सहयोग पर बात हो रही है। इससे चीन को दौरा पड़ने लगा है।
दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में चीनी सेना की आक्रामकता लगातार बढ़ती ही जा रही है। इससे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आने वाले सभी देश भड़क उठे हैं। सभी देशों ने मिलकर चीन की दादागीरी को खत्म करने और उसे सबक सिखाने की ठान ली है। दूसरे ईयू इंडो-पैसिफिक मिनिस्ट्रियल फोरम (ईआईपीएमएफ) में भाग लेने के लिए स्वीडन के स्टॉकहोम पहुंचे।
दक्षिण चीन सागर पर अपना आधिपत्य जमाने वाले चीन ने एक बार फिर दादागीरी दिखाई है। इस बार चीन ने दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस का एक जहाज रोक लिया है। इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। जबकि इससे कुछ दिनों पहले ही चीन ने फिलीपींस से अपने रिश्ते सुधारने की पहल करने का दावा किया था।
अमेरिकी नौसेना ने बताया कि उसने एयरक्राफ्ट केरियरयूएसएस निमित्ज के साथ जंगी अभ्यास किया है। इस दौरान खासतौर पर एयरक्राफ्ट कैरियर से जंगी जेट्स की उड़ान और लैंडिंग की प्रैक्टिस की गई।
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