
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले शहजाद को UP एटीएस ने गिरफ्तार किया है। मुरादाबाद से शहजाद की गिरफ्तारी हुई है। शहजाद कई सालों से चोरी-छिपे भारत और पाकिस्तान के बीच कॉस्मेटिक्स, कपड़े, मसाले और अन्य सामान अवैध रुप से सीमा पार ले जाता था। इसकी आड़ में वो जासूसी भी कर रहा था।
देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था शहबाज
एटीएस उत्तर प्रदेश को विश्वस्त सूत्रों से सूचना मिली थी एक व्यक्ति भारत-पाकिस्तान की सीमा पर तस्करी का काम करता है, जिसे पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी का संरक्षण मिला हुआ है। यह भी सूचना मिली थी कि यह व्यक्ति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी कर रहा है। देश विरोधी गतिविधियों में भी ये आरोपी शामिल था।
कॉस्मेटिक्स, कपड़े और मसाले बेचने का करता था काम
यूपी एटीएस ने इसके बारे में छानबीन की और पता लगाया कि शहजाद नाम का व्यक्ति यूपी के रामपुर जिले में मकान नं- 135, मोहल्ला-आजाद नगर, टांडा में रहता है। कई सालों से वह पाकिस्तान आता-जाता रहता था। वह चोरी छिपे भारत व पाकिस्तान के बीच कॉस्मेटिक्स, कपड़े, मसाले व अन्य सामान अवैध रूप से सीमा पार लेकर आता-जाता था।
इन धाराओं में दर्ज किया गया केस
इस मामले की जानकारी देते हुए यूपी एटीएस ने कहा कि शहजाद का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट से अच्छे संबंध थे, जिनसे वह लगातार संपर्क में था। शहजाद ने भारत की सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी के एजेंट को साझा किया था। इस सूचना के पुष्ट होने पर थाना एटीएस, लखनऊ पर धारा-148,152 बीएनएस में केस दर्ज किया गया है।
यूपी के कई जिलों में ISI के एजेंट्स की करता था मदद
यूपी एटीएस की जांच में पता चला कि शहजाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के कहने पर कई बार भारत में मौजूद उनके एजेंट्स को पैसे उपलब्ध कराता था। शहजाद जिला रामपुर व यूपी के कई हिस्सों से भी लोगों को तस्करी की आड़ मे ISI के लिए काम करने के उद्देश्य से पाकिस्तान भिजवाता था। इन लोगों के वीजा आदि का इंतजाम भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंट द्वारा करवाया जाता था। शहजाद ने भारत के खिलाफ जासूसी करने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट्स को भारतीय सिम भी उपलबद्ध करवाए थे।
रविवार को मुरादाबाद से किया गया गिरफ्तार
शहजाद को यूपी एटीएस द्वारा मुरादाबाद से रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। अब उसे कोर्ट के सामने प्रस्तुत कर कानूनी कार्रवाई की ज रही है। यूपी एटीएस को शक है कि अभी और कई जासूसों के बारे में इससे पता चल सकेगा।