जनवरी में मालदीव गया चीन का अनुसंधान जहाज माले से बीजिंग के लिए रवाना हो गया है। अनुसंधान का दावा करने वाला यह चीनी जहाज जासूसी के लिए बदनाम है। भारत और मालदीव के रिश्ते खराब होने के बाद करीब 15 दिनों के लिए यह जासूसी जहाज माले गया था। अब स्वदेश वापसी कर चुका है।
चीन के नए गुलाम मालदीव ने एक बार फिर भारत के खिलाफ कदम उठाया है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जू ने चीनी जासूसी जहाज को अपने देश में रुकने की अनुमति दे दी है।
एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई ने अपनी शिकायत में कहा है कि महुआ मोइत्रा बंगाल पुलिस के सीनियर अधिकारियों की मदद से मेरी जासूसी करवा रही है और वह पहले भी ऐसा कर चुकी हैं।
तुर्की ने 33 इजरायली जासूसों को पकड़ने का दावा किया है। तुर्की की समाचार एजेंसी के अनुसार इन्हें इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद की ओर से फिलिस्तीनियों और इजरायल सरकार का विरोध करने वालों की जासूसी के लिए भेजा गया था। तुर्की के अनुसार अभी अन्य जासूसों की तलाश की जा रही है।
ओडिशा पुलिस ने एक शातिर कश्मीरी युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने कई महिलाओं से संबंध बनाया और अलग-अलग राज्यों में छह महिलाओं से शादी रचाई। युवक का आतंकी कनेक्शन भी खंगाला जा रहा है।
इजरायल के एक जाससू को ईरान ने फांसी देकर बेंजामिन नेतन्याहू की आग को और भड़का दी है। ईरान ने दावा किया है कि उसने इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के एक जासूस को फांसी पर लटका दिया है। ईरान के इस कदम से इजरायल आग बबूला हो गया है।
महाराष्ट्र ATS ने मुंबई के मझगांव डॉक में काम करने वाले एक शख्स को पाकिस्तानी एजेंट्स को खुफिया जानकारी शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मामले में ATS दूसरे आरोपियों की भी तलाश कर रही है।
ताइवान के इलाके में चीन का जासूसी बैलून देखा गया है। इस घटना से हड़कंप मच गया है। ताइवान ने चीन को बड़ी धमकी दी है। ताइवान बोला हम जासूसी बैलून को उड़ा देंगे। इससे पहले अमेरिका में भी जासूसी बैलून नष्ट किया गया था, जिस पर बवाल मचा था।
उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग अपने जासूसी उपग्रह से व्हाइट हाउस पर दिन-रात नजर रख रहा है। किम के इस कदम से अमेरिका टेंशन में आ गया है। क्योंकि उत्तर कोरिया के पास अब घातक मिसाइलें भी जखीरे में हैं, जिनका उसने हाल के समय में परीक्षण किया है।
उत्तर कोरिया ने जासूसी सैटेलाइट लॉन्च किया है, इससे जापान सागर और उसके आसपास के इलाके में चिंता फैल गई है। दक्षिण कोरिया और जापान चिंतित हैं। वहीं दक्षिण कोरिया ने दावा किया है कि जासूसी उपग्रह लॉन्चिंग में रूस ने मदद की है।
उत्तर कोरिया ने एक सैन्य जासूसी उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित करके अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान के खेमे में खलबली मचा दिया है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का इरादा इस उपग्रह के जरिये अपने दुश्मन देशों की सैन्य गतिविधियों पर निगरानी रखना और उसके अनुसार खुद को तैयार करना है।
दक्षिण कोरिया अपने पड़ोसी देशों की करतूतों को देखते हुए एक स्पाई सैटेलाइट भेजने जा रहा है। अभी वह अमेरिकी जासूसी सैटेलाइट से काम चला रहा था। अब वह अपना खुद का जासूसी उपग्रह भेजने जा रहा है।
भारत और कनाडा के बीच तनाव चरम पर है। एक ओर कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो उलटे सीधे बयान दिए जा रहे हैं तो दूसरी ओर भारत भी उनकी हर बात पर करारा जवाब देते हुए कार्रवाई कर रहा है। अब इसी क्रम में एक और बड़ा कदम उठाया गया है।
चीन अपनी चालबाज हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इस बार चीन का जासूसी युद्धपोत भारती रक्षा संस्थानों की जासूसी करने के इरादे से श्रीलंका के कोलंबो एयरपोर्ट पहुंचा है। भारत की चिंताओं के बावजूद श्रीलंका ने चीन के जहाज को अनुमति दी। जाहिर है कि श्रीलंका चीन के कर्जे तले दब चुका है।
सीमा की इस कहानी पर जांच एजेंसियों को रत्ती भर भरोसा नहीं है। यही कारण है कि पहले तो पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही थी लेकिन बीते दिनों यूपी एटीएस ने सीमा हैदर और सचिन से कई घंटे पूछताछ की।
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच ब्रिटेन पूरी तरह से यूक्रेन के साथ खड़ा है। अब वह रूस को कमजोर करने औश्र हथ्यिायारों की पूर्ति को रोकने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी का उपयोग कर रहा है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने अमेरिका के जासूसी विमानों पर देश के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने का आरोप लगाया है। किम यो जोंग का कहना है कि 8 बार अमेरिकी जासूसी विमान उत्तर कोरिया के विशेष आर्थिक जोन में घुसे। उन्होंने अमेरिका को चेतावनी दी कि आगे विमानों को मार गिराया जा सकता है।
साउथ कोरिया ने उस कथित जासूसी उपग्रह का मलबा ढूंढ़ निकाला है जिसकी नॉर्थ कोरिया ने पिछले महीने असफल लॉन्चिंग की थी।
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने ऐसा बड़ा बयान दिया है, जिससे चीन को मिर्ची लग जाएगी। पेंटागन ने स्पष्ट किया कि चीनी जासूसी बैलून जिसे नष्ट किया गया, उस गुब्बारे से चीन कोई जासूसी जानकारी हासिल नहीं कर सका था।
चीन अपनी जासूसी की आदतों से बाज नहीं आ रहा है। अमेरिका और चीन के बीच इसी बात को लेकर रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए थे। अमेरिका ने चीन के एक जासूसी गुब्बारे को मार भी गिराया था। मगर अब जापान, ताईवान जैसे एशियाई देशों में चीन ने अपना जासूसी गुब्बारा छोड़कर सनसनी मचा दी है।
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