1980 तक सुसाइड बॉम्बर को गैरइस्लामी और कायराना हरकत माना जाता था। लेकिन जब इराक में जिहादियों की ओर से इसका इस्तेमाल किया गया, तब से अफगानिस्तान में मौजूद आतंकवादी भी इसका इस्तेमाल करने लगे हैं।
अगली स्लाइड में पढ़ें कौन था अफगानिस्तान का पहला सुसाइड बॉम्बर