जेल से छूटने एवं जमानत पाने के लिए
‘‘हरि मर्कट मर्कट वाम करे परिमुर्चात मुंचत्ति शृंखलिकाम’’
देवालय में हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा में मूर्ति के सामने तांबे के दीपक में अलसी के तेल का दीपक जलाकर हनुमान जी का पूजन करके ‘प्रवाल’ की माला से रोज 108 बार इस मंत्र का जप करता है उसके बन्धन कट जाते हैं बन्धन भय दूर हो जाता है।