मुबंई: महिलाओं में होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसरों में गर्भाशय ग्रीवा या सर्वाइकल कैंसर के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं। महिलाओं की प्राय: सभीस्वास्थ्य समस्याओं में यह कैंसर तीसरे नंबर पर शुमार किया जाता है। इस कैंसर को कैसे किया जा सकता है परास्त...
सर्विक्स (गर्भाशय ग्रीवा) गर्भाशय का ही भाग है, जिसकी जांच योनि मार्ग से की जा सकती है। सर्विक्स की चौड़ाई एक इंच से भी कम होती है और इसकी लंबाई लगभग डेढ़ इंच होती है। सर्विक्स एक विशेष प्रकार की मांसपेशियों से घिरा होता है और यह सतह की कोशिकाओं (सरफेश सेल्स) की एक पतली पर्त से ढका होता है।
सरफेश सेल्स में ही गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर विकसित होता है। यह कैंसर सबसे पहले असामान्य तरीके से प्रीकैंसरस सेल्स के रूप में विकसित होता है। लगभग 10 साल के बाद ये प्रीकैंसरस सेल्स वास्तविक कैंसर कोशिकाओं में तब्दील हो जाती हैं। ये कैंसर कोशिकाएं सर्विक्स की मांसपेशियों, निकटवर्ती टिश्यूज और शरीर के अन्य अंगों में फैल जाती हैं।
प्रमुख कारण
सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण ह्यूमैन पैपीलोमा वाइरस है। यौन संपर्क से ह्यूमैन पैपीलोमा वाइरस सर्विक्स में संक्रमण पैदा कर देता है। इस संक्रमण के बाद सर्विक्स की प्रीकैंसरस सेल्स तेजी से बढऩे लगती हैं।
अन्य कारणों में नियत समय से पहले माहवारी
होना, किशोरावस्था में गर्भवती होना, कई लोगों केसाथ शारीरिक संबंध होना या फिर ऐसा सेक्स पार्टनर जिसके अन्य लोगों के साथ शारीरिक संबध हों। इसके अलावा धूम्रपान करना और यौन संपर्क से होने वाली बीमारियां भी सर्वाइकल कैंसर का जोखिम बढ़ाती हैं।
किशोरियों को ह्यूमैन पैपीलोमा वाइरस से ग्रस्त होने का जोखिम कहीं ज्यादा होता है।