Wednesday, December 10, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. फेसबुक का हेट स्पीच पर एक्शन, दूसरी तिमाही में 3.15 करोड़ कंटेंट पर कार्रवाई

फेसबुक का हेट स्पीच पर एक्शन, दूसरी तिमाही में 3.15 करोड़ कंटेंट पर कार्रवाई

कंपनी के मुताबिक इंस्टाग्राम से नफरत या द्वेष फैलाने वाले 98 लाख कंटेंट हटाये गये हैं। पहली तिमाही में फेसबुक से 2.2 करोड़ और इंटाग्राम से 98 लाख कंटेंट हटाये गये थे।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published : Aug 19, 2021 06:00 pm IST, Updated : Aug 19, 2021 06:00 pm IST
फेसबुक का हेट स्पीच पर...- India TV Paisa
Photo:FACEBOOK

फेसबुक का हेट स्पीच पर एक्शन

नई दिल्ली। फेसबुक ने जून 2021 तिमाही में नफरत और द्वेष बढ़ाने वाली 3.15 करोड़ सामग्रियों को लेकर कार्रवाई की। वैश्विक स्तर पर इस सोशल मीडिया मंच पर इस तरह की सामग्री की व्यापकता में कमी आयी है। हर 10,000 सामग्री पर नफरत और द्वेष फैलाने वाली सामग्री की संख्या घटकर पांच रह गयी। कंपनी ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। 
 
फेसबुक के वाइस-प्रेसीडेंट (इंटेग्रेटी) गाय रोसेन ने कहा, "हमने इस तिमाही में 3.15 करोड़ नफरतपूर्ण सामग्रियां हटायीं, जबकि पहली तिमाही (मार्च 2021) में यह संख्या 2.2 करोड़ थी। वहीं और इंस्टाग्राम से 98 लाख कंटेंट हटाये गये जबकि पहली तिमाही में यह संख्या 63 लाख थी। लगातार तीसरी तिमाही में फेसबुक पर नफरत बढ़ाने वाली सामग्रियों की व्यापकता में कुछ कमी देखी गयी है।" उन्होंने कहा कि जब से फेसबुक ने इस तरह की सामग्रियों की रिपोर्ट करना शुरू किया है, तब से फेसबुक और इंस्टाग्राम पर द्वेष, घृणा और नफरत फैलाने वाली सामग्रियों को हटाने में 15 गुना वृद्धि हुई है। रोसेन ने कहा कि दूसरी तिमाही में, अभद्र भाषा की मौजूदगी 0.5 प्रतिशत थी या प्रति 10,000 सामग्रियों में पांच में इस तरह की भाषा थी। यह वर्ष की पहली तिमाही में 0.5-0.6 प्रतिशत थी या प्रति 10,000 सामग्रियों में पांच से छह थी। आंकड़े 2021 की दूसरी तिमाही के लिए फेसबुक की सामुदायिक मानक प्रवर्तन रिपोर्ट का हिस्सा हैं। 
 
रोसेन ने बताया कि यह कमी कंपनी की सक्रियता के साथ काम करने से इस तरह की सामग्रियों की पहचान करने में लगातार हुए सुधार की वजह से हुई है। उन्होंने कहा, "एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) में हमारा निवेश हमें फेसबुक और इंस्टाग्राम पर नफरतपूर्ण भाषा से जुड़े और अधिक उल्लंघनों का पता लगाने में सक्षम बनाता है। यह तकनीक हमें अरबों उपयोगकर्ताओं और कई भाषाओं में अपनी नीतियों को लागू करने में मदद करती है।"
 
 
 

Latest Business News

Google पर इंडिया टीवी को अपना पसंदीदा न्यूज सोर्स बनाने के लिए यहां
क्लिक करें

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement